केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से राज्यों को अपने निवासियों को बसों में लाने की अनुमति दिए जाने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने उसको लेकर कवायद तेज कर दी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने आज महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, पंजाब, उड़ीसा, हिमाचल, दिल्ली और राजस्थान समेत कई प्रदेशों के मुखियाओं को पत्र लिखकर श्रमिकों की जानकारी मांगी है. मुख्यमंत्री ने साफ निर्देश दिया है कि सभी का प्राथमिक हेल्थ चेकअप कर चरण बद्ध तरीके से लाया जाएगा. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) गृह एवं सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने इस बात की जानकारी दी.
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अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लखनऊ में आधिकारियों के साथ बैठक की और प्रदेश के श्रमिकों के कल्याण की योजनाओं की समीक्षा की. इस कोरोना काल के दौरान लॉकडाउन में फंसे श्रमिकों के हालात को लेकर भी मंथन किया. अवनीश अवस्थी ने बताया कि अभी तक दिल्ली से साढ़े 4 लाख श्रमिक आए हैं. मध्य प्रदेश से 5259 श्रमिक अभी आ रहे हैं और हमने मध्य प्रदेश में 1300 श्रमिक भेजे हैं. राजस्थान से भी कल श्रमिक लाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि क्वारेंटीन सेंटर से निकलते वक्त सभी लोगों को राशन किट दी जा रही है.
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अवनीश अवस्थी ने यह भी बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले 2281 हो गए हैं. अभी 1685 कोरोना वायरस के एक्टिव मामले हैं. 555 लोगों को ठीक होने के बाद डिचार्ज किया जा चुका है, जबकि 41 लोगों की मौत हुई है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि कोविड-19 से निपटने के साथ ही हॉस्पिटल में इमरजेंसी सुविधा पर भी ध्यान दिया जाए. उन्होंने कहा कि पूल टेस्टिंग काफी लाभ मिल रहा है. अगर जरूरत पड़े तो L1 और L2 हॉस्पिटल के लिए इंजीनयरिंग कॉलेजों का भी इस्तेमाल किया जाएगा.
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