उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से अधिकारियों के काम करने के तरीके में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है।
उनके साथ काम करने वाले कई अधिकारी और सहायक आधी रात के बाद भी काम कर रहे हैं।
अभी तक ज्यादातर मुख्यमंत्रियों केकाम करने के तरीके पर नज़र डालें तो वो अपने घर से काम करते थे। किसी भी मुख्यमंत्री ने इतना समय अपने कार्यालय में नहीं बिताया है जितना योगी आदित्यनाथ बिता रहे हैं।
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इससे पहले सिर्फ मुलायम सिंह ने देर रात तक काम किया करते थे। वो भी 1989-90 के दौरान। उस समय वो अधिकारियों के साथ बैठकर आयोध्या के राम मंदिर को लेकर आंदोलन कर रहे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, वीएचपी, बजरंग दल, और बीजेपी को रोकने की रणनीति बनाया करते थे।
अखिलेश यादव की भी बात करें तो वो भी कैबिनेट और प्रतिनिधिमंडलीय मीटिंग के अलावा ज्यादातर काम अपने आवास से किया करते थे।
एक सचिव स्तर के अधिकारी का कहना है, 'मुझे हार्ट की दिक्कत है औऱ मैं अपनी दवाएं भी लेकर नहीं आया हूं।'
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जहां तक वरिष्ठ अधिकारियों की बात है उनके लिये ज्यादा दिक्कतें आ रही हैं जो अपनी शामें क्लब में बिताया करते थे। अब उन्हें देर शाम तक सचिवालय में बिताना पड़ रहा है।
देर से आने पर भी लोगों की खबर ली जा रही है। अक अधिकारी का कहना था कि वो अइपने प्रजेंटेशन के लिये देर से आईं तो उनसे मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सब नहीं चलेगा। ये सिर्फ अधिकारियों के लिये नहीं बल्कि उन मंत्रियों के लिये भी संदेश था जो देर से आए थे।
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Source : News Nation Bureau