Atiq-Ashraf Murder Case : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या को लेकर खाकी पर भी गाज गिरना तय माना जा रहा था. उमेश पाल और अतीक ब्रदर्स हत्याकांड को लेकर योगी सरकार एक्शन मोड़ पर है. प्रयागराज से एसीपी नरसिंह नारायण सिंह (ACP Narsingh Narayan Singh) को हटाकर डीजीपी मुख्यालय, लखनऊ से अटैच कर दिया गया है. उनकी जगह पर 43वीं वाहिनी पीएसी कानपुर से महेंद्र सिंह को भेजा गया है. अब महेंद्र सिंह प्रयागराज एसीपी का पद संभालेंगे. (Atiq-Ashraf Murder Case)
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आपको बता दें कि प्रयागराज में तीन शूटरों ने 15 अप्रैल को पूर्वांचल के बाहुलबी अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गोली मारकर हत्या कर दी थी. तीनों हमलावरों ने पिस्टल से अंधाधुंध फायरिंग की. पुलिस ने तुरंत तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने इस घटना को संज्ञान लिया और जांच के लिए तीन सदस्यीय आयोग गठित कर दिया. इस घटना के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि कुछ पुलिस अधिकारी भी हटाए जा सकते हैं. (Atiq-Ashraf Murder Case)
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एसीपी नरसिंह नारायण सिंह (ACP Narsingh Narayan Singh) का प्रयागराज से ट्रांसफर कर दिया गया. नरसिंह को अब डीजीपी मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है. वे थाना शाहगंज और धूमनगंज के एसीपी थे. धूमनगंज इलाके में ही उमेश पाल (Umesh Pal Murder Case) और शाहगंज इलाके में अतीक भाइयों (Atiq Brother Murder Case) की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या हुई थी. बताया जा रहा है कि इन दो बड़ी घटनाओं की वजह से नरसिंह को हटाया गया. 43वीं वाहिनी पीएसी कानपुर से महेंद्र सिंह प्रयागराज भेजे गए हैं. (Atiq-Ashraf Murder Case )