उत्तर प्रदेश के बलिया में हुए गोलीकांड मामले में योगी सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. इसको लेकर पुलिस विभाग पर गाज गिरी है. एडीजी के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने तीन सब इंस्पेक्टर, पांच कांस्टेबल और दो महिला कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिए हैं. दस पुलिसवालों पर इसकी गाज गिरी है. दसों को निलंबन कर दिया गया है. निलम्बन की कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है. कहा ये भी जा रहा है कि इस मामले में कई और पुलिसकर्मी नप सकते हैं.
एसडीएम बैरिया और सीओ बैरिया को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है
पुलिस विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रेवती थाने के सब इंस्पेक्टर और हल्का इंचार्ज सूर्यकान्त पाण्डेय, एसआई सदानंद यादव, गोपालनगर के पुलिस चौकी के इंचार्ज कमला सिंह यादव, कां. रूपेश पाण्डेय, रिंकू सरोज, आनन्द चौहान, राम प्रसाद, महिला कां. प्रीति यादव और सोनल सिंह को निलम्बित कर दिया गया है. इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक ने सीओ के हमराह सिपाही को भी सस्पेंड कर दिया है. इस मामले में मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसडीएम बैरिया और सीओ बैरिया को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है.
मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह उर्फ डब्ल्यू बीजेपी का नेता
ये घटना बलिया के रेवती थाना क्षेत्र की है. जहां दुर्जनपुर गांव में हुए इस गोलीकांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह उर्फ डब्ल्यू भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का नेता बताया जाता है. वहां कोटे की दुकान को लेकर खुली बैठक बुलाई गई थी. आरोप है कि धीरेंद्र और उसके समर्थकों ने वहां फायरिंग की. जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई. हालांकि, बीजेपी के जिलाध्यक्ष ने सफाई दी कि धीरेंद्र पार्टी में किसी पद पर नहीं है.
अभी तक 7 गिरफ्तारियां की गई हैं
एडीजी ब्रज भूषण शर्मा ने बलिया कांड पर जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में अभी तक 7 गिरफ्तारियां की गई हैं. जिसमें मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप के भाई नरेंद्र प्रताप और देवेंद्र प्रताप के अलावा पांच अज्ञात शख्स भी शामिल हैं. अभी तक दो नामजद आरोपी देवेंद्र प्रताप सिंह और नरेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया गया है. ये दोनों मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के भाई हैं.
Source : News Nation Bureau