उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adithyanath) ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि 30 जून तक प्रदेश में किसी भी प्रकार की भीड़ एकत्र होने की अनुमति नहीं दी जाए. मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा किए गए एक ट्वीट में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आगामी 30 जून तक किसी भी तरह की भीड़ एकत्रित होने की अनुमति न दी जाए. उसके बाद परिस्थितियों पर विचार करते हुए कोई भी निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने ‘फर्जी रिपोर्टिंग’ पर अंकुश लगाने के भी निर्देश दिए हैं.
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मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा दूसरे ट्वीट में कहा गया है कि रमजान का माह शुरू हो गया है. कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण के दृष्टिगत सभी धर्मगुरुओं ने घर पर ही रहकर नमाज अदा करने की अपील की है. यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी कोई कार्यक्रम न हो, क्योंकि इससे कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की आशंका है. कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए देशभर में तीन मई तक लॉकडाउन लागू है.
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के अभी भी संक्रमित मामलों की संख्या 1504 हुई
उत्तर प्रदेश में शनिवार को कोरोना वायरस से अभी भी संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 1504 हो गई. प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रदेश में ‘एक्टिव केसेज’ (अभी भी संक्रमित मामलों) की संख्या 1504 है. कुल 57 जिलों से संक्रमण के 1778 मामले सामने आए हैं. कुल 248 लोग पूर्णतया उपचारित होकर घर जा चुके हैं, जबकि 26 लोगों की दुभार्ग्यपूर्ण मृत्यु हो गई है.
प्रसाद ने बताया कि मृतकों में अधिकांश लोग या तो अधिक उम्र के थे या फिर किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त थे. इसीलिए हम बार बार अनुरोध कर रहे हैं कि बुजुर्गों को संक्रमण से बचाना है. उन्होंने बताया कि वैसे 60 साल से अधिक उम्र के लोगों में संक्रमण का प्रतिशत पहले दस प्रतिशत से अधिक था जो अब घटकर 7 . 93 प्रतिशत रह गया है.
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प्रसाद ने बताया कि कल 4115 नमूने जांच के लिए लिये गये. कुल 3719 नमूने लैब भेजे गये. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि अस्पतालों से जो संक्रमण हो रहा है, यह संक्रमण का बड़ा स्रोत निकल कर आ रहा है. कई जिलों में अस्पतालों से संक्रमण फैला है. प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि अस्पतालों में संक्रमण रोकथाम प्रोटोकाल की पूरी तैयारी हो. उस क्रम में हम लोगों ने आज तय किया कि हर जिले में संक्रमण रोकथाम प्रोटोकाल होगा और अपर मुख्य चिकित्साधिकारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि टीम में आईएमए के प्रतिनिधि, डाक्टर, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ के प्रतिनिधि, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी शामिल होंगे. कल तक समिति का गठन कर दिया जाएगा. प्रमुख सचिव ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में संक्रमण रोकथाम के लिए मौके पर प्रशिक्षण दिया गया है. निजी अस्पतालों को भी 'जूम' प्लेटफार्म पर ट्रेनिंग दी गई है.
उन्होंने कहा कि मैं फिर से दोहरा रहा हूं कि इस संक्रमण से घबराए नहीं बल्कि हमें इससे बचना है. बचाव ही सबसे अच्छा तरीका है. इसके लिए हाथ साबुन-पानी से धोयें, एकदूसरे से दूरी बनाये रखने के नियम का पालन करें, चेहरे मास्क या गमछा बांधें और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय करें.