कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर भदोही और मिर्जापुर के विश्वविख्यात कालीन उद्योग को पूरी तरह से खत्म करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सोमवार को एक बयान में कहा कि एक तरफ सत्तारूढ़ भाजपा की गलत नीतियों से कालीन उद्योग बन्दी की कगार पर पहुंच गया है. वहीं, अब प्रदेश सरकार 1200 करोड़ रुपये सालाना के इस विश्वविख्यात उद्योग को जीएसटी के दायरे में लाकर इसे पूरी तरह बन्द करने की साजिश रच रही है. अगर यह षड्यंत्र कामयाब रहा तो इस उद्योग से जुड़े लाखों कामगार बेरोजगार हो जायेंगे. उन्होंने कहा कि अकेले भदोही में ही कालीन उद्योग में लगभग 63000 कामगार कार्यरत हैं.
इसके अलावा देश को करोड़ों रूपये के कालीन निर्यात से मिलने वाली विदेशी मुद्रा से भी वंचित होना पड़ेगा. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि यह 'एक जिला, एक उत्पाद' योजना का ढिंढोरा पीटने वाली योगी सरकार की कथनी और करनी में अंतर को दिखाता है. लल्लू ने कहा कि कालीन उद्योग को बचाने के लिए भदोही, मिर्जापुर सहित विभिन्न जिलों के कामगार और कालीन निर्माता सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी कालीन उद्योग से जुड़े हुए कालीन निर्माता और कामगारों के साथ खड़ी है और कालीन उद्योग को प्रस्तावित जीएसटी के दायरे में लाने की योजना का पुरजोर विरोध करती है.
Source : Bhasha