प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे को लेकर योगी सरकार का एक आदेश विवादों में है। दरअसल योगी आदित्यनाथ सरकार ने पीएम मोदी के संवाद कार्यक्रम में महिलाओं को बुलाने की जिम्मेदारी मदरसों को दी है। जिसपर मदरसा के शिक्षकों ने विरोध जताया है।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी विजय प्रताप यादव ने वाराणसी के सभी मदरसों को भेजे एक पत्र में कहा है, '22 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी का वाराणसी के डीएलडब्ल्यू ऑडिटोरियम में अल्पसंख्यक महिलाओं के साथ संवाद का कार्यक्रम है। ऑडिटोरियम की क्षमता 700 है। उस दिन अल्पसंख्यक महिलाओं को कार्यक्रम स्थल पर पहुंचाने का जिम्मा मदरसों को दिया जा रहा है।'
मदरसे को कम से कम 25-25 महिलाओं को कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाने का आदेश दिया गया है।
जिला प्रशासन के आदेश का टीचर्स एसोसिएशन मदारिस अरबिया उत्तर प्रदेश के महासचिव दीवान साहब जमां ने विरोध किया है। उन्होंने कहा, 'सरकार ने मदरसों को बीजेपी कार्यकर्ताओं का काम सौंप दिया है। साहब जमां ने आदेश को वापस लेने की मांग की है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लगभग छह माह बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 सितंबर को दो दिनी दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी जा रहे हैं। मोदी अपने वाराणसी दौरे पर करोड़ों रुपये की 17 परियोजनाओं का लोकार्पण और आधा दर्जन परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे।
और पढ़ें: SP में फिर शुरू हुई रार, राष्ट्रीय सम्मेलन में मुलायम को बुलावा नहीं
प्रधानमंत्री 22 को गंगा नदी पर बने घाट और बलुआ पुल का लोकार्पण करेंगे। इसके साथ ही रमना एसटीपी और अमृत योजना 50,000 नए घरों तक सीवरेज और पेयजल कनेक्शन संबंधी योजनाओं का शिलान्यास करेंगे।
जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री बड़ा लालपुर में ट्रेड फैसिलिटी सेंटर का उद्घाटन करेंगे और आराजी लाइन के शहंशाहपुर में पशुधन मेला प्रदर्शनी में शिरकत करेंगे। प्रधानमंत्री 22 को वाराणसी में ही रात्रि विश्राम करेंगे।
दौरे के दूसरे दिन मोदी प्रधानमंत्री आवास योजना और ऋण मोचन के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र देंगे। 23 सितंबर को प्रधानमंत्री वाराणसी से नई दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
और पढ़ें: मनीष तिवारी ने अपने आपत्तिजनक बयान पर पीएम से मांगी सशर्त माफी
Source : News Nation Bureau