त्योहारों और सर्दी के मौसम को ध्यान रखते हुए यूपी सरकार ने कोरोना की रोकथाम के लिए नए दिशा निर्देशों को जारी किया है. अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि ठंड में कोरोना के केसों की संख्या में इजाफा होने की आशंका है. बदलते मौसम में कोरोना की रोकथाम के लिए प्रदेश में यूपी सरकार ने ग्रुप टेस्टिंग करने के निर्देश जारी किए हैं. नवंबर और दिसंबर माह को ध्यान रखते हुए यूपी सरकार द्वारा कोरोना की रोकथाम के लिए प्रदेश में निर्धारित लक्ष्य के तहत आरटीपीसीआर और परिक्षण कराए जाने के निर्देश दिए हैं.
संक्रमण की चपेट में आने वाले संभावित लोग जैसे ऑटो चालक, वेंडर, स्वास्थ्यकर्मी, कोविड हेलपडेस्क पर पहचान किए गए लक्ष्णयुक्त लोगों की जांच की जाए. एंटीजन रिपोर्ट नकारात्मक पाए जाने वाले लोगों की आरटीपीसीआर जांच प्रमुखता से कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं. कान्ट्रैक्ट ट्रेंसिंग को गति देते हुए प्रत्येक पॉजिटिव केस के औसतन 25 संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाकर उनकी जांच करने के निर्देश जारी किए गए हैं. सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई) और सीवियर एक्यूट रिस्पेरेटरी इलनेस (एसएआरई) के मामलों और गंभीर मरीजों की कोविड जांच सुनिश्चित किए जाने के निर्देश जारी किए गए हैं.
प्रदेश के बालगृहों, नारी निकेतन में होगी नियमित तौर जांच
यूपी सरकार ने प्रदेश भर के सभी बंदीगृह, बालगृहों, नारी निकेतन और वृद्धाआश्रम में नियमित तौर पर जांच कराए जाने के आदेश जारी किए हैं. इसके साथ ही प्रशासन, पुलिस व सिविल सोसायटी को निर्देशित किया गया है कि वो कोविड की रोकथाम हेतू जारी गाइडलाइन जैसे मास्क, हाथ धोने व सामाजिक दूरी का पालन करवाएं और लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें. उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर एक घर तक कोरोना से बचाव और सर्दी में अधिक सावधानी बरतने के संदेश को प्रचारित किया जाए. कोविड टीकाकरण के लिए सरकारी और गैर सरकारी स्वास्थ्य कर्मियों की सूची को तैयार किया जाए. स्वास्थ्य कर्मियों को दुबारा प्रशिक्षित किया जाए जिससे वो नई जानकारी प्राप्त कर सकें.
प्रदेश भर में कोल्ड चेन बनाने के दिए निर्देश
यूपी के सभी जिलों में 15 दिसंबर तक कोल्ड चेन बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं. अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि यूपी के सभी अस्पतालों में कोविड के बेड पर्याप्त संख्या में हैं. पर्याप्त संख्या में जांच कराई जाए. अधिक जांच होने से मामलों की संख्या में इजाफा होगा लेकिन जाड़े के मौसम में यही प्रयास संभावित मामलों में उछाल को रोकने में कारगर साबित होगा. उन्होंने कहा कि हमारी स्वास्थ्य व्यवस्था पर दबाव नहीं पड़ेगा क्योंकि प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में सुविधाएं हैं. ये प्रयास मृत्युदर को नीचे लाने में भी मदद करेगा.
होम आइसोलशन के मरीजों की निगरानी की जाए
होम आइसोलशन के सभी रोगियों की निगरानी की जाए. रोगियों के संपर्क में आने वाले सभी लोगों को आइवरमेक्टिन मुहैय्या कराने और रागियों के घरों में पहले, चौथ और सातवें दिन होम विजिट करने के निर्देश दिए गए हैं. यूपी में कोविड से होने वाली मौतों की गहराई से जांच की जाए जिससे सीख लेकर भविष्य में होने वाली मृत्यु पर लगाम लगाई जा सके. उन्होंने कहा कि इस बात को सुनिश्चित किया जाए कि होम आइसोलशन के दौरान रोगियों की मृत्यु न हो और लक्ष्ण आते ही रोगियों को अस्पताल में तुरंत भर्ती कराया जाए.
प्रदेश में 15 दिन तक होगी ग्रुप टेस्टिंग
त्यौहारों व जाड़े को देखते हुए प्रदेश में 29 अक्टूबर से 12 नवंबर तक ग्रुप टेस्टिंग की जाएगी. जिसके तहत अलग-अलग वर्गों के लोगों की टेस्टिंग अलग-अलग दिनों में की जाएगी. जिसके तहत फ्रंट लाइन वर्कस, दुकानदारों, वेंडर्स समेत पटाखा बाजार और ब्यूटी पार्लर में कार्यरत लोगों की जांच कराई जाएगी. ग्रुप टेस्टिंग के तहत हर जिले में 30 प्रतिशत आरटीपीसीआर और 50 प्रतिशत रोजाना एंटीजन टेस्ट इन ग्रुप से कलेक्ट करने के निर्देश जारी किए गए हैं.
इनकी होगी ग्रुप टेस्टिंग
ग्रुप टेस्टिंग में 29 अक्टूबर को टैंपो, थ्री व्हीलर और रिक्शा चालकों की जांच की जाएगी वहीं 30 को मेहंदी आर्टिस्ट व ब्यूटी पार्लर, 31 को मिठाई की दुकान, एक नवंबर को रेस्त्रां, 2 नवंबर को धार्मिक स्थानों, 3 नवंबर को मॉल्स में कार्यरत सुरक्षागार्ड, 4 नवंबर को इलेक्ट्रानिक दुकानों व शोरूम, 5 नवंबर को स्ट्रीट वेंडर्स (मूर्ति, गिफ्ट, दिया वेंडर्स), 6 नवंबर को पटाखा मार्केट व फल-सब्जी वेंडर्स, 7 नवंबर को धार्मिक स्थानों, 8 नवंबर को मिठाई की दुकानों, 9 नवंबर को स्ट्रीट वेंडर्स (मूर्ति, गिफ्ट, दिया वेंडर्स), 10 नवंबर को पटाखा मार्केट व फल सब्जी वेंडर्स, 11 नवंबर को मॉल्स में कार्यरत सुरक्षागार्ड और 12 नवंबर को इलेक्ट्रानिक दुकानों व शोरूम पर ग्रुप टेस्टिंग की जाएगी.
Source : News Nation Bureau