उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए योगी सरकार ने बड़ा फैसला किया है. मेडिकल अंतिम वर्ष के छात्र भी अब कोरोना मरीजों का इलाज करेंगे. इसके साथ ही सरकार ने कोरोना से युद्ध में जुटे सभी स्वास्थ्य कर्मियों का मनोबल बढ़ाने के लिए विशेष प्रोत्साहन के साथ ही साथ मानदेय बढ़ाने का भी फैसला लिया है. सरकार मेडिकल से लेकर पैरा मेडिकल तक की पढ़ाई कर रहे अंतिम वर्ष के छात्रों को विशेष पैकेज देकर कोरोना की लड़ाई में उतारेगी. कोरोना के खिलाफ युद्ध में इसे सरकार का बड़ा फैसला माना जा रहा है. पिछले काफी समय से मेडिकल छात्रों को कोरोना मरीजों के इलाज में शामिल किए जाने की मांग की जा रही थी.
टेस्ट बढ़े लेकिन घटी संक्रमितों की संख्या
यूपी में देश में सबसे ज्यादा टेस्टिंग के बाद भी मरीजों की संख्या में भारी कमी सामने आई है. 24 अप्रैल को 1,86000 हुए तो 38 हजार संक्रमित मरीज मिले थे. अब रविवार रिकॉर्ड 2 लाख 97 हजार टेस्ट हुए वहीं संक्रमित मरीज घटकर 30 हजार मिले. जानकारी के मुताबिक कोविड जांच के अनुपात में संक्रमण जो पहले 22 प्रतिशत था, दस दिन में संक्रमण आधे से ज्यादा घटकर 10 प्रतिशत पर पहुंचा.
राज्य में कोरोना के कहर पर काबू पाने के लिए शुक्रवार शाम से मंगलवार सुबह तक सख्त लॉकडाउन (Strict Lockdown In UP) लगाया गया था. जिसे अब गुरुवार सुबह तक के लिए बढ़ा दिया गया है. संक्रमण को रोकने के लिए योगी सरकार ने पाबंदियों को दो दिन यानी गुरुवार सुबह 7 बजे तक के लिए और बढ़ा दिया है. इस दौरान आवश्यक सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा. बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार जारी है. इसी के चलते प्रदेश सरकार ने पहले वीकेंड लॉकडाउन का ऐलान किया था, लेकिन उसे सोमवार तक बढ़ा दिया था. यानी शुक्रवार शाम से मंगलवार की सुबह तक लॉकडाउन था.
Source : News Nation Bureau