दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दूसरे राज्य में 14 दिन का क्वारंटाइन पूरा कर चुके मजदूरों को उत्तर प्रदेश सरकार वापस लाएगी. चरणबद्ध तरीके से इन मजदूरों को वापस लाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने योजना बनाने की मंजूरी दे दी है. उत्तर प्रदेश के कई मजदूर मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब और राजस्थान में फंसे हुए हैं. इन लोगों के पास खाने के लिए पैसे भी खत्म हो चुके हैं. ऐसी खबरें भी सामने आ रही हैं कि मजदूरों को समय से खाना भी नहीं मिल रहा है.
यह भी पढ़ेंः COVID-19: 24 घंटे में 1624 नए मामले, कुल संख्या 23 हजार के पार: स्वास्थ्य मंत्रालय
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस को लेकर हो रही दैनिक बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया कि ऐसी कार्ययोजना तैयारी करें जिससे दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को वापस लाया जा सके. इसके लिए उन मजदूरों की टेस्टिंग और चैकिंग की जाए. 14 दिन की क्वारंटाइन अवधि पूरी होने के बाद इन मजदूरों को उत्तर प्रदेश की सीमा में लाकर बसों से उनके जिले तक पहुंचाया जाए.
यह भी पढ़ेंः डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना मरीजों के शरीर में रसायन डालने की दी सलाह तो स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कही ये बात
गौरतलब है कि विभिन्न राज्यों में उत्तर प्रदेश के लाखों की संख्या में मजदूर फंसे हुए हैं. ये प्रवासी मजदूर लगातार अपने घर वापस जाने की मांग कर रहे हैं. हाल ही में राजस्थान के कोटा में फंसे बच्चों को वापस लाए जाने के बाद प्रवासी मजदूरों को वापस उनके राज्यों में भेजे जाने की मांग बढ़ गई थी. कोटा से बच्चों को वापस लाने के बाद बसपा प्रमुख मायावती, सपा प्रमुख अखिलेश यादव सहित कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कोटा से बच्चों को वापस लाए जाने के योगी सरकार के कदम की तारीफ की लेकिन इसके सात ही दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को वापस लाए जाने की मांग की थी.
Source : News State