कासगंज में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर बरेली के जिलाधिकारी (डीएम) राघवेंद्र विक्रम सिंह के पोस्ट वायरल होने के बाद सरकार ने कहा है कि यह स्वीकार नहीं है।
बरेली के डीएम ने कथित तिरंगा यात्रा और उसके उद्देश्य पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने अपने पोस्ट में कहा, 'अजब रिवाज बन गया है। मुस्लिम मोहल्लों में जबरदस्ती जुलूस ले जाओ और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाओ। क्यों भाई वे पाकिस्तानी हैं क्या? यही यहां बरेली के खेलम में हुआ था। फिर पथराव हुआ, मुकदमे लिखे गए....।'
डीएम के बयान पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अधिकारी को इसकी छूट नहीं है। उन्होंने कहा, 'विफलता की कोई बात नहीं है। दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई हुई है। मैं बरेली के डीएम ने जिस प्रकार का फेसबुक पोस्ट लिखा उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है। अधिकारी को इसकी छूट नहीं है।'
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वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता और राज्यसभा सांसद विनय कटियार ने कहा कि मुख्यमंत्री जिलाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करें।
कासगंज हिंसा के मामले में योगी सरकार ने कासगंज के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह का ट्रांसफर कर दिया है।
आपको बता दें कि आपको बता दें कि गणतंत्र दिवस के मौके पर कथित तौर पर समुदाय विशेष के लोगों ने संघ से संबद्ध एबीवीपी-विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की तिरंगा यात्रा पर उकसाने के बाद पथराव कर दिया था जिससे पूरे शहर में बवाल हो गया था। गोली लगने से एक युवक चंदन गुप्ता की मौत हो गई थी जबकि दो घायल हो गए।
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Source : News Nation Bureau