25 मार्च 2022 को योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश की जनता से मिले ऐतिहासिक व अखंड जनादेश पर दूसरी बार पुनः से शपथ ली. साफ नीयत के साथ सामाजिक शांति, सुरक्षा और विकास के मंत्र पर कार्य करने वाली सरकार को उत्तर प्रदेश की जनता ने 37 वर्ष बाद दोबारा कार्य करने का अवसर दिया. शपथ के साथ ही पूरे प्रदेश के माहौल में सकारात्मक परिवर्तन दिखने लगा था. जिसकी झलक प्रथम दिन ही दिखी, 24 घंटे के अंदर ही योगी 2.0 की सरकार ने प्रदेश के 15 करोड़ गरीबों के लिए निःशुल्क राशन की व्यवस्था को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया.
यह निर्णय मुझे उस दौर में ले गया जब वर्ष 2017 में योगी सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में ही 86 लाख सीमान्त किसानों को ऋणमुक्त करने का निर्णय लिया गया था. इसी क्रम में योगी सरकार 2.0 ने 4 जुलाई 2022 को अपने पहले 100 दिन सफलतापूर्वक पूर्ण किए. इन 100 दिनों में प्रत्येक क्षेत्र में अद्भुत कार्य हुए. इन सफलताओं के पीछे की कहानी क्या है? योगी मॉडल ऑफ गवर्नेंस वास्तव में कैसे कार्य करता है? उत्तर प्रदेश जैसे बड़े और सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में ऐसे परिणाम कैसे संभव हैं? इन जैसे तमाम सवालों को लेकर मैंने इसका विश्लेषण किया.
दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं जमीन पर प्रत्येक जन-हितैषी योजनाओं के क्रियान्वयन और कार्रवाई का नेतृत्व किया. व्यक्तिगत तौर पर हर मुद्दे में रूचि ली और उनकी स्वयं व पूरी टीम की कड़ी मेहनत के बाद कार्य योजना का खाका तैयार हुआ. जनसेवा को सर्वोपरि रखते हुए तैयार हुए खाका में हर चीजों का ध्यान रखा गया.
दोबारा मुख्यमंत्री बनने के उपरांत अपने वायदे के अनुरूप योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को हर क्षेत्र में नंबर एक बनाने के संकल्प के साथ सक्रिय मोड में देखे गए. यह सर्वविदित है प्रदेश की जनता ने योगी आदित्यनाथ पर विश्वास कायम रखा है. इसका प्रमाण विधानसभा चुनाव परिणाम के रूप में सभी ने देखा.
उत्तर प्रदेश कैबिनेट के शपथ ग्रहण के तुरंत बाद, सीएम ने मुख्य सचिव, सभी मंत्रियों और अधिकारियों को आदेशित किया कि सरकार 100 दिन, 6 महीने, 1 साल, 2 साल का लक्ष्य तय करके पांच साल काम करेगी. योगी आदित्यनाथ समय के बहुत पाबंद हैं, वे एक मिनट भी बर्बाद नहीं करना चाहते. उन्होंने अपनी टीम को इन लक्ष्य के अनुरूप तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है.
लोक कल्याण संकल्प पत्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा द्वारा जारी 'लोक कल्याण संकल्प पत्र' में किए गए सभी वादों को कार्य योजना में सर्वोच्च प्राथमिकता के रूप में पूरा करने पर बल दिया. 25 करोड़ से अधिक लोगों के सच्चे नेता के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंतर्विभागीय समन्वय और कार्यान्वयन की गति को बढ़ाया. अंतर्विभागीय समन्वय से शासन की प्रत्येक योजनाएं सफलता की ओर अग्रसर हुईं.
विभागों को आपसी समन्वय से सभी विभागों की कार्ययोजना बनाने को कहा गया. साथ ही चल रही योजनाओं में तेजी लाकर उन्हें तत्काल पूरा करने के भी निर्देश दिए. कार्ययोजना की रणनीति मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत करने को कहा गया. प्रस्तुति के दौरान विचार-विमर्श के बाद कार्रवाई योग्य खाका तैयार किया गया.
सभी विभागों के मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक हुई. समीक्षा के बाद, सीएम योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न विभागों और योजनाओं को 10 अलग-अलग क्षेत्रों में क्लब करने का निर्णय लिया.
बेहतर समन्वय के लिए विभागों की क्षेत्रीय क्लबिंग:
1. चिकित्सा एवं स्वास्थ्यः चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, आयुष, बाल विकास एवं पोषण, खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग.
2. ग्रामीण विकास: ग्रामीण विकास, पंचायती राज, नमामि गंगे और जलापूर्ति, राजस्व और ग्रामीण इंजीनियरिंग सेवाएं.
3. राजस्व संग्रह: जीएसटी, कर और पंजीकरण, उत्पाद शुल्क, परिवहन, भूविज्ञान और खनन
4. कृषि उत्पादन: कृषि विभाग, कृषि विपणन और विदेश व्यापार, कृषि शिक्षा और अनुसंधान, बागवानी और खाद्य प्रसंस्करण, गन्ना विकास, पशुधन, दूध विकास, मत्स्य पालन, रेशम उत्पादन विकास, लघु सिंचाई और भूजल, सिंचाई और जल संसाधन और सहयोग .
5. बुनियादी ढांचा और औद्योगिक विकास: बुनियादी ढांचा और औद्योगिक विकास, एमएसएमई, हथकरघा और उद्योग, ऊर्जा, अतिरिक्त ऊर्जा, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स, नागरिक उड्डयन, लोक निर्माण विभाग, खादी और ग्रामोद्योग, एनआरआई और संस्थागत वित्त.
6. सामाजिक सुरक्षा: समाज कल्याण, महिला कल्याण, विकलांग व्यक्तियों का सशक्तिकरण, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक कल्याण और वक्फ, श्रम और खाद्य और रसद.
7. शहरी विकास: आवास और शहरी नियोजन, शहरी विकास, शहरी रोजगार और गरीबी उन्मूलन, पर्यावरण और वन और वन्यजीव
8. पर्यटन और संस्कृति: संस्कृति, पर्यटन, धर्मार्थ कार्य, सूचना और भाषा.
9. शिक्षा: बुनियादी शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और युवा कल्याण.
10. विविध: गृह, सचिवालय प्रशासन, कार्मिक और होमगार्ड.
खाका तैयार होते ही त्वरित कार्यान्वयन शुरू किया गया
योगी सरकार 2.0 के 100 दिन में अपराध और अपराधियों के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस कि नीति के अंतर्गत माफियाओं व उपद्रवियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की गई. कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वाले के खिलाफ उत्तर प्रदेश के सजग प्रशासन ने त्वरित कानूनी कार्रवाई की.
धार्मिक स्थलों पर स्थापित ध्वनि प्रदूषक 74,385 लाउड स्पीकरों को बिना किसी प्रतिरोध के हटवाया गया. इससे समाज में एक सकारात्मक सन्देश गया.
योगी 2.0 के पहले 100 दिनों में उपलब्धियां हैं
• 15 करोड़ लाभार्थियों को मुफ्त राशन
• पहले 100 दिनों में 844 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई. लगभग 68,784 अवैध संपत्तियां जब्त की गईं
• लगभग 79,196 अवैध पार्किंग स्थलों को मुक्त कराया गया
• पहले 100 दिनों में 10,000 और पुलिस कर्मियों की भर्ती की जाती है
• सबसे पहले, योगी सरकार ने 74,700 से अधिक लाउडस्पीकरों को हटाया और सर्वसम्मति से ध्वनि स्तर 60,000 के लिए कम किया
• उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक दिन के भीतर बड़े पैमाने पर कानपुर हिंसा के प्रयास को नियंत्रित किया और दंगाइयों को कड़ी कानूनी कार्रवाई से कड़ा संदेश भेजा
• प्रत्येक जिला पुलिस प्रमुख से कहा गया है कि वे तकनीक का इस्तेमाल करें और लोगों की जरूरत में प्रतिक्रिया समय को कम करने के लिए मानव शक्ति में वृद्धि करें. नतीजतन, प्रतिक्रिया समय को कम करने के लिए जिलों के बीच सकारात्मक प्रतिस्पर्धा है और नोएडा 5.29 मिनट के औसत प्रतिक्रिया समय के साथ सूची में सबसे ऊपर है.
• जून 2022 में, योगी सरकार ने अपना तीसरा ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित किया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8,000 करोड़ रुपये से अधिक की 1,406 परियोजनाओं की आधारशिला रखी. ये परियोजनाएं कई जिलों में और औद्योगिक क्षेत्रों की एक विस्तृत श्रृंखला के रूप में फैली हुई हैं.
• योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश देश के लिए एक प्रमुख डिफेन्स कॉरिडोर बनने के लिए तैयार है. IIT कानपुर रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी पार्क ने यूपी एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) के साथ UP डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (UPDIC) के तहत रिसर्च एंड डेवलपमेंट गतिविधियों में तेजी लाने और रक्षा कंपनियों को उत्तर प्रदेश में आकर्षित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं.
• आजमगढ़, अलीगढ़, चित्रकूट, सोनभद्र और श्रावस्ती में पांच हवाई अड्डों के संचालन और रखरखाव के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के साथ एक MoU पर हस्ताक्षर हुए हैं.
• सभी के कल्याण के लिए सबसे बड़ा 6.15 लाख करोड़ का बजट.
• गरीबों के लिए 1,08,200 घर.
• मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से 1 लाख लड़कियां लाभान्वित
• होली/दिवाली में महिलाओं को मुफ्त में रसोई गैस सिलेंडर
• मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 14,085 जोड़ों का विवाह हुआ.
• बेरोजगारी दर 2017 में 17.5% से घटकर 2.9% हो गई
• 1.9 लाख लाभार्थियों को 16,000 करोड़ का ऋण वितरण
• गन्ना किसानों को 12,535 करोड़ का भुगतान.
• सरकारी स्कूलों में 1.88 करोड़ छात्रों का नामांकन. कुल 4 करोड़ से ऊपर.
• पीएम ग्रामीण सड़क योजना के तहत 50,000 किलोमीटर सड़क का निर्माण, 6000 अमृत सरोवर का निर्माण हुआ और 9 करोड़ मनरेगा के मानव-दिवस सृजित हुए.
• 5 जुलाई को एक दिन में 25 करोड़ पौधे रोपे गए और प्रत्येक पंचायत व नगर पालिका में अमृत वन की स्थापना
• 574 गांवों में पाइप पेयजल परियोजना पूरी की गई और 3.76 लाख घरों में नल उपलब्ध कराया गया.
• नमामि गंगे की 25 परियोजनाएं पूरी.
• बुंदेलखंड और विंध्याचल के 14,453 गांवों में पाइप से जलापूर्ति.
• 75 स्मार्ट सिटी परियोजनाएं पूरी हुई और 50 नई शुरू हुई
• 108 एम्बुलेंस संख्या को 812 नई एम्बुलेंस प्रदान की गई.
• बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का 296 किलोमीटर लंबा लगभग पूरा हो गया है.
100 दिनों की उपलब्धियों के माध्यम से, कोई भी उस गति और योजना को आसानी से महसूस कर सकता है. हाल ही में आजमगढ़ और रामपुर की 2 सबसे कठिन सीटों पर जीत हासिल करना प्रदेश सरकार की नीतियों एवं कार्यों के प्रति जनता के अपूर्व समर्थन और विश्वास के प्रत्यक्ष प्रमाण हैं.
मैंने योगी मॉडल ऑफ गवर्नेंस के हर पहलू में जाने की कोशिश की है जहां लोगों से किए गए वादों को पूरा करना सर्वोच्च प्राथमिकता है. सभी हितधारकों के साथ एक खाका तैयार करना और हर स्तर पर उस पर विचार-विमर्श करना. मुख्यमंत्री स्वयं प्रगति की निगरानी कर रहे हैं.
यह सफलता का एक अनूठा मॉडल है
एक बड़ा राज्य जिसे पहले एक अलग नजर से देखा जाता था अब नंबर एक बनने की ओर अग्रसर है. अपने अथक प्रयासों से प्रदेश की छवि बदलने वाले व एक रिकॉर्ड बनाने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बहुत-बहुत धन्यवाद. इसे कहने में कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी कि उत्तर प्रदेश के अच्छे दिन आ गए हैं.
Source : Himanshu Jain