उत्तराखंड में महामारी कोरोनावायरस से हाहाकार मचा हुआ है. राज्य में 20 दिनों में 1, 22,949 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. स्टेट कोविड कंट्रोल रूम के मुताबिक, उत्तराखंड में इस साल 1 से 20 मई के बीच 9 साल से कम उम्र के 2044 बच्चे और 10-19 साल के 8661 बच्चे कोरोना संक्रमित हुए. उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ अमित नेगी के अनुसार, 20 दिनों में 1,22,849 लोग इस वायरस के संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. वहीं मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कोविड-19 महामारी के चलते अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों के लिए शिक्षा और रोजगार की एक योजना की घोषणा की. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि ऐसे बच्चों को 21 साल की आयु तक मुख्यमंत्री वात्सल्य नामक योजना के तहत प्रतिमाह 3 हजार रुपये का भत्ता प्रदान किया जाएगा.
2044 children below 9 years and 8661 aged between 10-19 years contracted #COVID19 in Uttarakhand, between 1st & 20th May this year: State Covid Control Room
— ANI (@ANI) May 22, 2021
As many as 1,22,949 people have been exposed to the infection in 20 days, as per Uttarakhand Health Secretary Dr Amit Negi pic.twitter.com/nbfOld6hiA
बयान के अनुसार राज्य सरकार उनकी शिक्षा का भी ध्यान रखेगी और इस योजना के तहत उनके लिए सरकारी नौकरी में पांच प्रतिशत कोटा रखा जाएगा. राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के तीन लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. 5,600 रोगियों की मौत हो चुकी है.
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उत्तराखंड में ‘ब्लैक फंगस’ के बढ़ते मामलों के बीच प्रदेश सरकार ने शनिवार को इसे महामारी अधिनियम,1897 के तहत अधिसूचित रोग घोषित किया. उत्तराखंड में अब तक 64 लोग इस रोग से संक्रमित हो चुके हैं जिनमें से चार की जान जा चुकी है. स्वास्थ्य सचिव पंकज कुमार पांडेय ने कहा कि ब्लैक फंगस या म्यूकोरमाइकोसिस के समन्वित उपचार के लिये इसे अधिसूचित बीमारी घोषित किया गया है क्योंकि कोविड-19 से पीड़ित होने के बाद लोग इस संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं.