देश के जाने-माने उद्योगपति (Businessman) आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने सोमवार को उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली (Chamoli) में ग्लेशियर (Glacier) टूटने के बाद मची तबाही पर चिंता जाहिर की है. आनंद महिंद्रा ने सोमवार रात को तबाही के मंजर की एक वीडियो (Video) शेयर की. वीडियो शेयर करते हुए महिंद्रा ने कैप्शन में लिखा, '''ग्लेशियर फटना' एक ऐसी शब्दावली है, जिसके बारे में, मैं नहीं जानता था. मुझे लगता है कि हम सभी इससे परिचित होंगे. यह वही है, जिसके बारे में जलवायु कार्यकर्ताओं ने हमें चेतावनी दी थी. जिस खतरनाक भविष्य के लिए वे हमें सचेत कर रहे थे, वह यहां आ चुका है.''
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बता दें कि सोमवार को उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद भारी तबाही मची थी. ग्लेशियर टूटने के बाद बादल भी फटे, जिसकी वजह से उत्तराखंड के कई इलाकों में सैलाब आ गया था. साल 2013 में आई केदारनाथ आपदा की यादें ताजा करते हुए चमोली आपदा ने नदियों के किनारे बसे गांवों और लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया. नदियों के किनारे विभिन्न प्रोजेक्ट्स में काम कर रहे कई मजदूर इस आपदा का शिकार हुए थे. चमोली आपदा में अभी तक 19 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और ये संख्या तेजी से बढ़ने की आशंका है.
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ग्लेशियर टूटने और बादल फटने की वजह से आई बाढ़ में 200 से भी ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं. लापता लोगों में कई लोग उत्तर प्रदेश के भी रहने वाले हैं, जो यहां मजदूरी करने के लिए आए थे. उत्तराखंड में आई आपदा के बाद राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, आईटीबीपी जैसे तमाम फोर्स लापता लोगों को ढूंढने और उन्हें बचाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं. उत्तराखंड के हालातों पर केवल उत्तराखंड सरकार की ही नजरें नहीं हैं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी स्थितियों पर नजरें बनाए हुए हैं.
HIGHLIGHTS
- सोमवार को चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद आई थी तबाही
- आनंद महिंद्रा ने जाहिर की चिंता
- पर्यावरण परिवर्तन को लेकर किया आगाह
Source : News Nation Bureau