Chardham Yatra 2023: उत्तराखंड में जल्द चार धाम यात्रा पर विराम लगने वाली है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गंगोत्री धाम के कपाट 14 नवंबर को बंद हो जाएंगे. सुबह 11:45 बजे तक अन्नकूट के बाद इन्हें बंद किया जाएगा. इसी तरह यमुनोत्री के कपाट भैया दूज के बाद 15 नवंबर तक बंद होंगे. श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति का कहना है कि बदरीनाथ के कपाट बंद करने का निर्णय दशहरे यानी 24 अक्टूबर के बाद लिया जाना है. यहां पर एक धार्मिक आयोजन होगा. इसके बाद मंदिर के कपाट बंद होने का ऐलान होगा. गौरतलब है कि इस वर्ष अप्रैल में चार यात्रा की शुरुआत हुई थी. इस साल बड़ी संख्या में तीर्थ यात्री उत्तराखंड आए. गंगोत्री और यमुनोत्री के धाम को अक्षय तृतीया के दिन यानी 22 अप्रैल को खोल दिया था.
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केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खुले थे
वहीं, रूद्रप्रयाग जिले में मौजूद केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खोल दिए गए थे. चमोली जिले में मौजूद बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खोले गए थे. उस वक्त देश में प्रचंड गर्मी थी. मगर इस क्षेत्र में रुक-रुक कर बरसात और बर्फबारी हो रही थी. इस कारण तीर्थयात्रियों को समस्या का सामना करना पड़ा. तीर्थयात्रियों ने चार धाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश में आकर यहां पर रजिस्ट्रेशन करवाया. इस बीच मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान समेत अन्य राज्यों से तीर्थ यात्री ट्रांजिट कैंप में आए. यहां पर आवेदन दिए.
प्रधानमंत्री के नाम पर पहली पूजा अर्चना
गौरतलब है कि इस साल ग्याहरवें ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ धाम के कपाट पूरे विधि विधान से 25 अप्रैल की सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर खोल दिए गए थे. केदारनाथ में पहली पूजा पीएम नरेन्द्र मोदी के नाम से हुई. ये पूजा अर्चना धर्माचार्यों ने की. कपाट के खुलते ही सेना के बैंड, भजन कीर्तन और जय श्री केदार के उदघोष से केदारनाथ धाम गूंज उठा. सीएम पुष्कर सिंह धामी के खास निर्देश पर इस दौरान श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से भारी पुष्प वर्षा की गई थी.
HIGHLIGHTS
- इस वर्ष अप्रैल में चार यात्रा की शुरुआत हुई थी
- बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खोले गए थे
- बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति दशहरे बाद लेगी निर्णय