हरिद्वार में आगामी महाकुंभ 2021 को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत (CM Trivendra Rawat) ने सचिवालय में समीक्षा बैठक ली. इस बैठक में अखाड़ा परिषद के साधु-संत भी मौजूद रहे. बैठक में कहा गया कि छड़ी यात्रा पर्व की तरह संदेश देने का आयोजन धर्मस्व विभाग सितंबर में करेगा. 2010 में कुम्भ मेला में प्रयोग किया गया एरिया ही इस बार मेला में होगा.
संतों ने जल समाधि की जगह भू समाधि लेंगे सन्त सहमति प्रदान किया. अखाड़े के इष्ट देव के नाम 13 अखाड़ों के नाम पर घाट नील धारा में बनाने पर सहमति बनी. मनसा देवी हिल बाई पास मार्ग, मेला अवधि में खुला रहेगा. कुंभ मेला में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. सौंदर्य का आधार स्वच्छता रहेगा.
बैठक में कहा गया कि कुम्भ मेला की शोभा संत, महात्मा होते हैं. सन्तों के सहयोग से भव्य दिव्य कुम्भ होगा. रामजन्म भूमि में सन्तों-महात्मा के सहयोग के आभार भी प्रगट किया गया. कोरोना का प्रभाव मेला की तैयारी पर पड़ा है, लेकिन मेला परंपरागत रूप में समय पर ही होगा. फरवरी में अंतिम रूप से मेला के स्वरूप पर निर्णय लिया जाएगा.
Source : News Nation Bureau