कर्नल अजय कोठियाल ने अलग अलग देशों में रह रहे उत्तराखंड के सैकडों प्रवासियों से वर्चुअल नवपरिवर्तन संवाद किया. उन्होंने उत्तराखंड नवनिर्माण को लेकर प्रवासियों से बात की और उनसे सुझाव मांगे. उन्होंने वर्चवल संवाद में जुडने के लिए सभी प्रवासियों का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि हम कहीं भी रहें ,लेकिन सभी के अंदर देशभक्ति की भावना रहती है. उन्होंने कहा कि 2013 में वह निम के प्रिंसिपल बनकर उत्तरकाशी पहुंचे थे जिसका मकसद युवाओं को पहाड़ों पर चढ़ने की ट्रेनिंग देना होता है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड आपदा के दौरान सबसे पहले रेस्क्यू ऑपरेशन हमने गंगोत्री क्षेत्र में किया था ,इसके बाद हमारे कामों को देखते हुए हमें 2014 में केदारनाथ में पुनर्निर्माण करने का जिम्मा सौंपा गया। यही वह समय था जब मैं समाज से जुड़ा.
जिसके बाद मुझे सामाजिक कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई. केदारनाथ में काम करते हुए मुझे यह एहसास हुआ कि उत्तराखंड में ऐसा कोई काम नहीं है जिसे नहीं किया जा सकता बशर्ते उसके लिए नीतियां ठीक बने. उन्होंने आगे कहा कि हमने युवाओं की ताकत को पहचाना है और उन्हीं युवाओं की ताकत को देखकर और देशभक्ति के प्रति जज्बा देखकर हमने यूथ फाउंडेशन की शुरुआत की.
उन्होंने कहा,समाज सेवा के लिए मैंने आर्मी को छोड़ा 2018 में और इसके बाद हमने एक इंटरनेशनल सड़क का निर्माण किया जो बर्मा में हुआ. उन्होंने कहा कि 8 सालों से इस सड़क का निर्माण नहीं हो पा रहा था जिसके बाद हमसे संपर्क किया गया और हम अपनी पूरी टीम लेकर वर्मा पहुंचे जहां पर हमने इस सड़क का निर्माण पूरा किया. इसके बाद दिल्ली में आम आदमी पार्टी से मेरा परिचय हुआ और जब पहली बार हमने राघव चड्ढा और दिनेश मोहनिया को देखा तो मुझे लगा कि जब इतने युवा पॉलिटिक्स में आ रहे हैं इसका मतलब अच्छाई के लिए हर किसी को राजनीति में आना चाहिए.
इसके बाद मैंने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और आज उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी की एक बहुत ज्यादा जरूरत है. 21 साल हो गए उत्तराखंड को बने हुए जो एक बहुत बड़े आंदोलन के बाद बना राज्य है. उत्तर प्रदेश के समय हमारी कई जरूरतें पूरी नहीं हो पाती थी जिसके चलते एक आंदोलन लड़ा गया और उत्तराखंड राज्य बना. लेकिन इन 21 सालों में इस देवभूमि में संसाधनों का पूरी तरीके से दोहन किया गया और उनका उपयोग नहीं हुआ. आज स्कूल खराब हो चुके हैं ,अस्पताल खराब हो चुके हैं. प्रसव पीड़ा के दौरान कई महिलाओं की मृत्यु हो जाती है ,एंबुलेंस समय पर नहीं मिल पाती ,डॉक्टर पहाड़ चढ़ने को तैयार नहीं है जिस वजह से पलायन बहुत तेजी से पहाड़ों से हुआ.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी की विचारधारा पर मैं कोई कटाक्ष नहीं कर रहा हूं लेकिन जनता ने इन दोनों पार्टियों को बराबर मौका दिया ,लेकिन इन्होंने जनता के सपनों के अनुरूप कोई कार्य नहीं किया. यहां के लोग स्वाभिमानी हैं और अपना वोट देते हैं लेकिन इन नेताओं ने जनता के स्वाभिमान को हल्के में लिया. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जब उत्तराखंड आए तो उन्होंने उत्तराखंड के लोगों को बड़ी-बड़ी गारंटी दी और हमने लोगों को समझाने का काम किया कि हम कैसे इन सभी वादों को पूरा करके दिखाएंगे.
आज प्रदेश की महिलाएं और युवा लगातार हमसे जुड़ने का काम कर रहे हैं. पहाड़ों में लोग हमको टीका लगाकर आशीर्वाद दे रहे हैं हमें हर गांव में ऐसा ही सम्मान मिल रहा है. जनता के उसी पैसे से हम प्रदेश का निर्माण करेंगे. उन्होंने कहा कि आज आम जनता की उम्मीदें हमसे बहुत ज्यादा बढ़ चुकी हैं क्योंकि यह अरविंद केजरीवाल की पार्टी है.
उन्होंने सभी प्रवासियों से आग्रह करते हुए कहा कि आप लोग हमें मॉनिटर करें और हमें सुझाव दें कि किस प्रकार से हम उत्तराखंड में जो सोच लेकर चल रहे हैं वह सोच कैसे पूरी हो सके. उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए सिर्फ 20 दिन बचे हैं और दोनों दलों के नेता अपने टिकट की दावेदारी के लिए दिल्ली के चक्कर काट रहे हैं. नेता टिकटों के लिए आपस में लड़ रहे हैं लेकिन मैं गंगोत्री विधानसभा में डोर टू डोर कैंपेन कर रहा हूं और जनता का रिस्पॉन्स हमें बहुत अच्छा आ रहा है.
उन्होंने कहा कि हमको ऐसा रिस्पॉन्स आ रहा है कि सरकार हमारी बननी निश्चित है. उन्होंने एक बार फिर से सभी के सुझावों को निमंत्रित किया. प्रवासियों ने उनसे सवाल भी किए जिसके बाद उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में ठंड बहुत है और यहां पर बूथ बनाने से लेकर कैंपेनिंग करने की एक बहुत बड़ा चैलेंज है ,लेकिन हमारी टीमें लगातार डोर टू डोर कैंपेन कर रही हैं और लोगों का हमें बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है.
कर्नल कोठियाल ने उत्तराखंड के प्रवासियों से अगले 20 दिन उत्तराखंड नवनिर्माण के लिए समर्पित होने की बात कही. कर्नल कोठियाल ने कहा,आम आदमी पार्टी सरकार बनने पर ,उत्तराखंड के प्रवासियों के लिए एक अलग सेल भी बनाया जाएगा.
Source : News Nation Bureau