News State Conclave:उत्तराखंड में अगले साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं. अभी राज्य को बने सिर्फ 21 साल ही हुए हैं, लेकिन इतने कम समय में इसने कई कीर्तिमान भी स्थापित किए हैं. हाल में प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन हुआ है. राज्य की कमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हाथों में हैं. 46 साल के पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) से लोगों को काफी उम्मीदें हैं. न्यूज स्टेट का मेगा कॉन्क्लेव में हो रहा है. इस मेगा कॉन्क्लेव- '21 का उत्तराखंड' में शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डेय ने जनता के सवालों का जवाब दिया.
उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डेय ने कहा कि कोरोना सिर्फ देश नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक चुनौती है. कोरोना काल में शिक्षा पहुंचाना चुनौती थी. कोरोना काल में उत्तराखंड के बच्चों को आनलाइन एजुकेशन मिला है. हमने उत्तराखंड में 500 वर्जुअल क्लासेस बनाई हैं. प्राइवेट स्कूलों में भी आनलाइन क्लासेंस चली हैं. दूरदर्शन में ज्ञान दीप कार्यक्रम चलाया गया. इस कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार गांवों-गांवों में किया गया है. उत्तराखंड में नेटवर्क की दिक्कत रही है. कैबिनेट और सीएम के माध्यम से नेटवर्क कंपनियों को निर्देश दिए गए, ताकि नेटवर्क सही रहे. उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डेय ने न्यूज नेशन कॉन्क्लेव (News State Conclave)में ये बातें कही.
उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डेय ने कहा कि कोरोना काल में स्कूलों को ट्यूशन फीस के आलावा कोई अन्य फीस नहीं लेने का आदेश दिया गया था. ट्यूशन फीस एक्ट लागू होना चाहिए. इसके लिए अभिभावकों से सुझाव भी ले लिया गया है. राज्य में जल्दी ही ट्यूशन फीस एक्ट लागू किया जाएगा.
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उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई हो रही है. पहाड़ों में कई जगह अध्यापक होते ही नहीं थे. हमारी सरकार ने 5 हजार से ज्यादा शिक्षकों की तैनाती की. प्रदेश में कोने कोने में विषयवार शिक्षकों की तैनाती की गई है. सत्ता में वापसी के लिए काम नहीं किया है. शिक्षा की गुणवत्ता में उत्तराखंड चौथे स्थान पर है. सरकारी स्कूलों में एक लाख से ज्यादा एडमिशन हुआ है. हमने ट्यूशन फीस से संबंधित शिकायत पर कार्रवाई की.
शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डेय ने कहा कि हमारे यहां शिक्षाविहिन स्कूल नहीं मिलेगा. शिक्षा के अभाव में हमारा कोई स्कूल बंद नहीं है. उत्तराखंड में शिक्षाविहिन स्कूल नहीं है.
उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डेय ने कहा कि अगर ऐसे ही धर्मांतरण होते रहे तो इस देश का हिंदू अल्पसंख्यक हो जाएगा. क्या हिंदू को कोई देश जगह देगा? कभी भी हिंदू धर्म नहीं कहता है कि दूसरे के धर्म को बदल दो, लेकिन मुसलमानों में ऐसा हो रहा है. धर्मांतरण की समस्या पूरे देश में है. हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई सब भाई-भाई हैं. काश कांग्रेस हर क्षेत्र का विकास किया होता तो आज भारत दुनिया में नंबर वन देश होता. हम चाहते हैं कि पलायन नहीं होना चाहिए. बात पहाड़ की नहीं पूरे देश की है. देश, धर्म, संस्कृति के बारे में सोचना है.
उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेस ने अलग-अलग धर्मों को लड़वाया है. हमने प्रत्येक विकासखंड में दो-दो अटल उत्कृष्ट स्कूल बनाया गया और वहां शिक्षकों की तैनाती की गई. बच्चों को पढ़ाने के लिए लो पलायन करते थे. गेस्ट फैक्ल्टी के जरिये शिक्षकों की तैनाती की गई है. हमने खेल नीति को लागू किया. हमारे पास स्टेडिम के लिए बीसीसीआई का भी आफर है.
HIGHLIGHTS
- कांग्रेस ने अलग-अलग धर्मों को लड़वाया है
- हमने प्रत्येक विकासखंड में दो-दो अटल उत्कृष्ट स्कूल बनाया
- धर्मांतरण की समस्या पूरे देश में है
Source : News Nation Bureau