बिजली विभाग की लापरवाही से दिन में लाइटों का जलते रहना बेहद आम बात है. इनकी शिकायत करना भी बेहद आम है. लेकिन देहरादून में बिजली विभाग में एक अलग ही खेल देखने को मिल रहा है. लोग दिन में अनावश्यक जल रही स्ट्रीट लाइटों की शिकायत कर रहे हैं लेकिन अधिकारी उनकी एक भी शिकायत सुनने को तैयार नहीं हैं. राज्य में बिजली आपूर्ति ठीक से नहीं हो पा रही है. इसके साथ ही बिजली आपूर्ति विभाग करोड़ों के घाटे में जा रहा है. लेकिन बिजली विभाग के अधिकारी दिन में जलने वाली सट्रीट लाइट बंद करने वालों को ही धमका रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देहरादून की एक कॉलोनी में रहने वाले वरिष्ठ नागरिक जेसी शर्मा ने स्ट्रीट लाइट के बेवजह जलने की शिकायत की थी. पहले तो उनकी शिकायत को अनसुना कर दिया गया इसके बाद उन्हें धमकी भी मिली. जेसी शर्मा कहते हैं कि उन्होंने स्थानीय बिजली कार्यालय में शिकायत की लेकिन कोई फायदा नहीं हुई. दिन में बिजली जलती देख उन्हें करदाताओं के पैसे की बर्बादी लगी, जिसके बाद उन्होंने एक्जीक्यूटिव इंजीनियर से इसकी शिकायत की.
शर्मा के मुताबिक एक्जीक्यूटिव इंजीनियर ने उन्हें कहा कि 'लाइट तो मैं बंद करवा दूंगा, लेकिन फिर यह बिजली नहीं जलेगी. तब शिकायत करने मत आना.' विभागों की खींचतान में स्ट्रीट लाइट न जलने की धमकी के बाद शर्मा चुप हो गए. लेकिन विभागीय अधिकारी अपनी जिम्मेदारी मानने को तैयार नहीं हैं. देहरादून के नगरआयुक्त विनय शंकर पांडेय का कहना है कि यह जिम्मेदरी बिजली कर्मियों की है और जल्द ही इस समस्या को दूर कर दिया जाएगा.
यूपीसीएल के एमडी बीसीके मिश्रा का कहना है कि ज्यादातर स्ट्रीट लाइट्स में टाइमर लगे होते हैं और वे सेट टाइम के हिसाब से ही जलती और बंद होती हैं. बहुत से टाइमर्स खराब हो गए हैं. इसके लिए आवेदन मांगे गए थे, जो मिल गए हैं. जल्द ही ये समस्या दूर हो जाएगी.
Source : News Nation Bureau