उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्घ गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट पौराणिक परंपरा के अनुसार पूजा-अर्चना के बाद दर्शन के लिए खोल दिए गए हैं. मुहूर्त में दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर गंगोत्री धाम और 12 बजकर 41 मिनट पर यमुनोत्री धाम के कपाट खोल दिए गए हैं. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अक्षय तृतीया महापर्व की शुभ बेला पर मंदिर समिति गंगोत्री को 1100 रुपये दान स्वरूप दिए. वहीं, धाम में पहली पूजा प्रधानमंत्री मोदी के नाम से हुई.
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कपाट खुलने के इस मौके पर श्री पांच मंदिर समिति गंगोत्री के छह सदस्यों एवं तीर्थ पुरोहितों की मौजूदगी में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए कपाटोद्घाटन की सभी औपचारिकताएं पूरी की गई. वहीं कोरोना वायरस की महामारी के चलते देश में लगे लॉकडाउन के कारण इस वर्ष देश-विदेश के श्रद्घालु कपाटोद्घाटन के इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी नहीं बन सके. उल्लेखनीय है कि 25 अप्रैल को मां गंगा जी की डोली उनके मायके व शीतकालीन प्रवास मुखबा से भैरोंघाटी के लिए रवाना हुई थी. भैरव मंदिर में रात्रि विश्राम के बाद मां गंगा की डोली आज प्रात: 7 बजे गंगोत्री के लिए रवाना हुई, जहां गंगा पूजन,गंगा सहस्त्रनाम पाठ एवं विशेष पूजा अर्चना के बाद विधि विधान के साथ गंगा जी की भोग मूर्ति को मंदिर के भीतर विराजमान किया गया.
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उधर, यमुनोत्री धाम के कपाट भी सादगीपूर्ण ढंग से खोले दिये गए है. मां यमुना की डोली आज प्रात: 8़15 बजे खरसाली से यमुनोत्री धाम के लिए विदा हुई. यमुनोत्री धाम पहुंचने के बाद विशेष पूजा-अर्चना व वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ तय मुहूर्त पर मंदिर के कपाट सादगीपूर्ण ढंग से दर्शनार्थ के लिए खोले दिये गए है. मंदिर समिति के सचिव कृत्तेश्वर उनियाल के अनुसार मंदिर में चुनिंदा पुजारी ही नियमित रूप से पूजा-अर्चना करेंगे. बताया कि धाम में बिजली, पानी, शौचालय आदि बुनियादी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गयी है.
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जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने बताया, "कोरोनावायरस व देशव्यापी लॉकडाउन के चलते भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुरूप समस्त नियमों को लागू करते हुए दोनों धाम के कपाट आज सादगीपूर्ण ढंग से खोले गए है. कोविड-19 व लॉक डाउन के चलते दोनों धामों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डीपी जोशी के नेतृत्व में मेडिकल टीम द्वारा कपाटोद्घाटन में शामिल सभी तीर्थ पुरोहितों का मेडिकल परीक्षण किया गया. साथ ही मौके पर सैनिटाइजर, मास्क आदि की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई. नियमों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए पुलिस और प्रशासन की टीमें यमुनोत्री एवं गंगोत्री में मौजूद रही.
Source : IANS