उत्तराखंड के कोटद्वार में दर्दनाक हादसा हो गया. यहां शनिवार शाम एक परिवार की खुशियां पर भर में तमाम हो गईं. एक लापरवाही ने सब कुछ उजाड़ कर रख दिया. दरअसल, शनिवार को ग्राम गुनियाल गांव में सन्नाटा पसरा हुआ था. पितृ पक्ष समाप्त होने के बाद तीन अक्टूबर की रात गांव में रोहित के घर पर न्यूतेर में मेहमान जुटे हुए थे. अगले दिन सुबह बरात ने ग्राम बसड़ा जाना था तो सभी में उत्साह था. रोहित की बरात वापसी के बाद गांव में दो अन्य विवाह भी थे.
पलभर में पसर गया मातम
ऐसे में वहां भी तैयारियां जोर-शोर से चल रही थीं. शुक्रवार सुबह ढोल-दमाऊ व मशकबीन के मधुर सुरों के बीच हर्षोल्लास के साथ बराती ग्राम बसड़ा पहुंचे. वहां भी बराती पूरे जोश में थे और विवाह की सभी परंपराएं वैदिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न होने के बाद शाम को बराती अलग-अलग वाहनों से गुनियाल गांव की ओर लौटने लगे, लेकिन बरात में शामिल एक वाहन चमेठा-धौलखेतखाल मोटर मार्ग पर ग्राम नौगांव के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
हादसे में तीन की मौत
दुर्घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया. बराती गुनियाल गांव जाने के बजाए दुर्घटना के घायलों को लेकर कोटद्वार के बेस चिकित्सालय की ओर चल पड़े. हर कोई यही प्रार्थना कर रहा था कि दुर्घटना में कोई अनहोनी न हो. लेकिन, ईश्वर को शायद यह मंजूर न था. हादसे में दूल्हे की मौसेरी बहन नूतन के साथ ही गांव के ही धीरज सिंह व मुकेश अनायास ही काल का ग्रास बन गए.
शादी की चल रही थी तैयारियां
बताया जा रहा है कि धीरज सिंह के परिवार में रविवार को और मुकेश के परिवार में मंगलवार को विवाह थे. दोनों शादियों की तमाम तैयारियां पूरी हो चुकी थीं. लेकिन, इस हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया. अब दोनों वैवाहिक कार्यक्रमों को अति सूक्ष्म कर दिया गया है.