उत्तराखंड में टिहरी टिहरी गढ़वाल में लैंडस्लाइड की घटना सामने आई है. यह घटना ऋषिकेश-बद्रीनाथ राजमार्ग पर हुई है. रविवार सुबह भूस्खलन हुआ है. राहत की बात ये है कि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. हाईवे पर गाड़ियों की रफ्तार बनी हुई थी. धड़ल्ले से लोग इधर से उधर जा रहे थे. इसी बीच अचानक लैंडस्लाइड हो गया. गनीमत रही कि किसी की कोई हताहत नहीं हुई. लैंडस्लाइड इतनी भीषण हुई कि टूटा हुआ पहाड़ तास की तरह बिखर गया. हाईवे पर आवाजाही रोक दी गई है. मलबे को हटाने का काम चल रहा है. हाईवे पर गाड़ियों का चक्का जाम हो गया. लोगों को जाम के चलते काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
#WATCH Uttarakhand: A landslide occurred on Rishikesh-Badrinath Highway near Bayasi in Tehri Garhwal district earlier today. No casualties reported. pic.twitter.com/goplofzfIn
— ANI (@ANI) August 23, 2020
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केरल भूस्खलन में 48 लोगों की हुई थी मौत
वहीं इससे पहले केरल (Kerala) के इडुक्की जिले में आज 5 और लोगों से शवों को मलबे से निकाला गया, जिससे भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 48 हो गई. केरल सरकार की ओर से यह जानकारी दी गई थी. इसके अलावा अभी भी कई लोगों के भूस्खलन के मलबे में दबे होने की आशंका. इडुक्की में राजमाला के पास भूस्खलन (landslide) में चाय बगान कर्मियों के मकान बह जाने के 3 दिन बाद भी विभिन्न एजेंसियों बचाव अभियान में शामिल थे. इससे पहले रविवार को 17 लोगों के शव बरामद किए गए थे. बता दें कि केरल के इडुक्की जिले में शुक्रवार को भीषण भूस्खलन हुआ था.
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मलबे में दबे अपने परिजनों को ढूंढ रहे हैं लोग
केरल में हो रही भारी बारिश के कारण भूस्खलन और मिट्टी सरकने से होने वाली मौतों के बीच मलबे में दबे अपने परिजनों को बाहर निकालने के लिये लोग बचाव और राहत कर्मियों से गुहार लगा रहे हैं. शुक्रवार को यहां हुए भूस्खलन के बाद 70 वर्षीय एक महिला के परिजनों का कोई अता-पता नहीं है.. एक-एक दिन बीतने के साथ ही करुपई अपने परिवार वालों से मिलने की उम्मीद खोती जा रही हैं. बचाव कर्मी जैसे ही कोई शव बाहर निकालते हैं वह दौड़ कर उसके पास यह सोचकर जाती हैं कि कहीं वह उनके किसी अपने का न हो.