उत्तराखंड में भाजपा के आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का एक बयान जमकर वायरल हो रहा है. इसमें मंत्री जी यह कहते दिखाई दे रहे हैं कि एक ऐसा एप आ रहा है, जिससे बारिश को कम-ज्यादा या आगे पीछे भी कर सकते हैं. यही नहीं , वीडियो में मंत्री जी यह भी कह रहे हैं कि वह सरकार को इस एप के बारे में प्रेजेंटेशन दिलवाने वाले हैं और
यदि सरकार अनुमति देगी तो यह एप बनाकर बारिश को नियंत्रित किया जाएगा. हालांकि उन्होंने यह भी दावा किया कि यह एप आईआईटी रुड़की के सहयोग से बनाया जा रहा है. वहीं, सोशल मीडिया पर लोग उनके दावे का जमकर मजाक उड़ा रहे हैं. अजातशत्रु नाम के एक ट्विटर यूजर ने मजाक उड़ाते हुए लिखा की यह नासा या इसरो के वैज्ञानिक नहीं, भाजपा के मंत्री है. मैं कहता हूं धनसिंह रावत महापुरुष हैं, महापुरुष. वहीं कई लोगों ने इसे पहले के कई बयानों से भी जोड़ दिया. इससे पहले भी विंडटरबाइन से आक्सीजन बनाने और नाले की गैस से चाय बनाने जैसे बयान भाजपा नेता दे चुके हैं. उसी से जोड़ते हुए प्रसिद्ध कॉमेडी कलाकार राजीव निगम ने अपने ट्विटर अकाउंट पर धन सिंह रावत का वीडियो पोस्ट किया, जिसमें लिखा नाले की चाय बनाने की अपार सफलता के बाद पेश करते हैं, अपने मूड से बारिश करवाने वाला यंत्र...विकास की अनंत गाथा. वहीं, इसी को रिट्वीट करते हुए पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने ट्विटर पर लिखा बारिश को आगेप पीछे करने वाला एप खोज लिया मंत्री जी ने. विंड टरबाइन से पानी औऱ आक्सीजन व नाली से गैस के बाद ये नवीन खोज सामने आई है. वहीं, अंकित नाम के एक यूजर ने लिखा कि 'बहुते गजब टेक्नोलॉजी इजाद किए हैं भाई, टेक्नोलॉजी का गोल्डन केला अवार्ड मिलना चाहिए इनको'. वहीं, स्वामी राज नाम के एक यूजर ने कहा -'पता करो, मंत्री जी और मोदी जी ने एक ही स्कूल से पढ़ाई की है क्या'.
नाले की गैस से चाय बनाने की अपार सफलता के बाद पेश करते है अपने मूड से बारिश कराने वाला यँत्र.. विकास की अनंत गाथा pic.twitter.com/k5vobvGtJ8
— rajeev nigam (@apnarajeevnigam) August 30, 2021
बता दें कि धन सिंह रावत का जन्म उत्तराखंड राज्य के पौढ़ी गढ़वाल जिले के छोटे से गांव में हुआ था. उन्होंने गांव से ही प्रारंभिक शिक्षा पाई. उन्होंने हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी की है. वह इस बार हुए उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में पौढ़ी गढ़वाल की है श्रीनगर सीट से विधायक चुने गए हैं. एक समय उन्हें मुख्यमंत्री पद का भी दावेदार बताया जा रहा था. उनके पास आपदा प्रबंधन के अलावा उच्च शिक्षा, सहकारिता, दुग्ध विकास और प्रोटोकॉल मंत्रालय भी हैं.
HIGHLIGHTS
- सोशल मीडिया पर जमकर उड़ रहा मजाक
- उत्तराखंड के उच्च शिंक्षा मंत्री हैं नेताजी
- कर चुके हैं पीएचडी, पौड़ी गढ़वाल से हैं विधायक