कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने एक बार फिर अहम कदम उठाया हैं. अब बिना कोविड जांच के उत्तराखंड में प्रवेश नहीं कर सकते है. कोरोना टेस्ट नेगेटिव वाले लोग ही उत्तराखंड आ सकते हैं. वहीं अगर कोई कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे अस्पताल में भर्ती होना होगा या फिर वापस अपने शहर और राज्य में लौटना होगा. बता दें कि 4 दिनों में अबतक 12 पर्यटकों कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उन्हें वापस उनके राज्य भेज दिया गया. उत्तराखंड प्रशासन ने प्रदेश के सभी चेक पोस्ट पर चेकिंग बढ़ा दी है.
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गौरतलब है कि उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. यह जानकारी राज्यपाल ने स्वयं सोशल मीडिया पर साझा की और बताया कि उन्हें इस बीमारी के लक्षण नहीं हैं और न ही उन्हें कोई परेशानी है. उन्होंने कहा,‘‘ डाक्टर्स की निगरानी में मैंने स्वयं को आइसोलेट कर लिया है .’’ राज्यपाल ने हाल में उनके संपर्क में आए लोगों से सावधानी बरतने और अपनी जांच करवाने का आग्रह भी किया है.
वहीं बता दें कि उत्तराखंड में रविवार को 466 नए मरीजों में कोविड-19 बीमारी की पुष्टि हुई जबकि नौ अन्य मरीजों ने कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से दम तोड़ दिया . यहां प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, 466 नए मरीजों के मिलने के साथ ही प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 71,256 हो गयी है. बुलेटिन के मुताबिक ताजा मामलों में से सर्वाधिक 181 संक्रमित देहरादून जिले में मिले जबकि पौड़ी गढ़वाल में 65, हरिद्वार में 53 और नैनीताल में 40 मरीज सामने आए.
बुलेटिन के मुताबिक रविवार को प्रदेश में नौ और कोविड-19 मरीजों ने दम तोड़ दिया जिन्हें मिलाकर अबतक राज्य में 1,155 लोगों की जान इस महामारी में जा चुकी है. स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि प्रदेश में रविवार को 251 और मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हो गए जिन्हें मिलाकर अब तक कुल 65,102 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या 4368 है. प्रदेश में सामने आए कोविड-19 के 631 मरीज दूसरे स्थानों पर पलायन कर चुके हैं.
(भाषा इनपुट के साथ)
Source : News Nation Bureau