आज आम आदमी पार्टी के गढ़वाल मीडिया प्रभारी एवं पूर्व प्रत्याशी कैंट विधानसभा रविंद्र सिंह आनंद ने यमुना कॉलोनी स्थित सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता राजेश लांबा से मुलाकात कर मॉनसून के मद्देनजर जलभराव की समस्या को लेकर विचार विमर्श किया. आनंद ने बताया कि प्रतिवर्ष मानसून के चलते बिंदाल नदी का जलस्तर बढ़ने से इससे सटे इलाके जिनमें गोविंदगढ़, गांधीग्राम, सत्तोवाली घाटी, न्यू पटेल नगर, शास्त्री नगर खाला,एवं कावली से लेकर कारगी तक बाढ़ का प्रकोप बढ़ जाता है. प्रतिवर्ष बारिस के पानी से भारी नुकसान होता है. उन्होंने सिंचाई विभाग के ढुलमुल रवैया को लेकर भारी नाराजगी व्यक्त की एवं कहा कि वे पिछले 5 वर्षों से सिंचाई विभाग के इस रवैया को देख रहे हैं और हर वर्ष बरसात के आने पर सिंचाई विभाग द्वारा काम चलाऊ प्रबंध किए जाते हैं.
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इस पर अधिशासी अभियंता राकेश लांबा द्वारा अवगत कराया गया की पिछले वर्ष रविंद्र आनंद द्वारा इस संबंध में मुलाकात के बाद उन्होंने बिंदाल नदी की समस्या को लेकर एक डीपीआर बनाकर शासन को भेज दी थी. जिसमें छोटी बिंदाल नदी के नालों की मरम्मत एवं बड़ी बिंदाल नदी के जमीनी स्तर को नीचा करने यानी बेड खाली करने का कार्य मुख्य रूप से था जिसमें कर्मनाशा 1.29 करोड़ व 2.76 करोड़ की लागत का है. जिसमें शासन स्तर से अब तक फंड रिलीज नहीं किया गया है .महज 15 लाख रुपए की धनराशि ही सिंचाई विभाग को दी गई है.
इस पर रविंद्र आनंद ने नाराजगी जताते हुए कहा की भारतीय जनता पार्टी की सरकार गरीबों के प्रति कितनी संवेदनशील है. इसका पता इस बात से चलता है कि पिछले 5 वर्षों से वह सिंचाई विभाग के चक्कर काट रहे हैं और सरकार व शासन द्वारा फंड रिलीज नहीं किया जा रहा. उन्होंने अधिशासी अभियंता से आग्रह किया कि बरसात के चलते किसी गरीब के घर में पानी ना घुसे इसके लिए वे विशेष कदम उठाए और अधिशासी अभियंता द्वारा उन्हें आश्वस्त भी किया गया.