Kedarnath Yatra: उत्तराखंड में बारिश रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है. देवभूमि में नदियां उफान पर है और प्रदेश के कई हिस्सों से लैंडस्लाइड की खबरें सामने आ रही है. मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है. वहीं, अब तक प्रदेशभर से 16 लोगों की मौत की खबर सामने आ चुकी है. आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है. केदारनाथ में बादल फटने की वजह से 2000 से ज्यादा श्रद्धालुओं के फंसने की खबर सामने आई. वहीं, फंसे श्रद्धालुओं को एयरलिफ्ट किया जा रहा है. अब तक करीब 200 श्रद्धालुओं को एयरलिफ्ट किया जा चुका है तो वहीं 1000 लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया गया है.
चार धाम यात्रा स्थगित
मौसम के हालात को बिगड़ता देख 2 दिनों के लिए राज्य सरकार ने यात्रा पर रोक लगा दी है. लगातार हो रही बारिश की वजह से भूस्खलन और पहाड़ों से मलबा गिरने का जोखिम बढ़ता जा रहा है. प्रशासन ने उत्तराखंड में आए पर्यटकों से अनुरोध किया है कि वह सुरक्षित स्थान पर बने रहे.
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1000 यात्रियों का किया गया रेस्क्यू
केदारनाथ यात्रा पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि रुद्रप्रयाग में भारी बारिश की वजह से जिले में केदारनाथ धाम तक जाने वाले मार्ग क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. फिलहाल यात्रा में फंसे लोगों को बचाने का काम जारी है. उत्तराखंड आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा कि अब तक रास्ते में फंसे करीब 3,000 लोगों को बचाया जा चुका है, लेकिन केदारनाथ में अब भी करीब 1,000 लोग फंसे हुए हैं.
केदारनाथ में तबाही का मंजर
आपको बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार हवाई यात्रा कर क्षेत्रभर का भ्रमण कर रहे हैं. गुरुवार को ही सीएम ने केदारनाथ मार्ग को दौरा किया और अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए. सोनप्रयाग का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे भारी बारिश की वजह से सोनप्रयाग में देखते ही देखते करीब 100 मीटर हाईवे बह गया. जिसके बाद यातायात ठप हो चुका है. प्रशासन ने चेतावनी जारी करते हुए लोगों को सलाह दी है कि वह सुरक्षित स्थानों पर बने रहे. प्रदेश में नदियां उफान पर है और बढ़ते जलस्तर की वजह से कई जगहों पर आवागमन पर रोक लगा दी गई है.