नवंबर महीने का पहला हफ्ता खत्म होते ही उत्तराखंड में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है. उत्तराखंड के केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में ताजा बर्फबारी हुई है. रविवार देर शाम से चमोली जिले में रुक-रुक कर बर्फबारी शुरू हो गई है. केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के आसपास रात के वक्त हल्का स्नोफॉल हुआ. बर्फबारी स्नोफॉल के बाद न्यूनतम तापमान भी शून्य के करीब पहुंच गया है. आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट ही आएगी.
यह भी पढ़ेंः Indian Air Force का कारनामा, दुर्घटनाग्रस्त हैलीकॉप्टर को Mi-17 से बांध 11500 फीट की ऊंचाई से नीचे उतारा
केदारनाथ-बद्रीनाथ के आसपास की ऊंची पहाड़ियां बर्फबारी से सफेद हो चुकी हैं. कड़ाके की ठंड के बावजूद यहां आने वाले पर्यटकों में भारी उत्साह है. हालांकि बर्फबारी के साथ पर्यटकों और स्थानीय लोगों की मुश्किलें भी शुरू हो गई है. वैसे हर साल नवंबर महीने के आखिरी हफ्ते तक पहली बर्फबारी होती है, लेकिन इस बार बर्फबारी जल्द ही शुरू हो चुकी है. इसी के साथ पहाड़ों पर बर्फ और मैदानी इलाकों में सर्दियों के स्वागत का पूरा प्लॉट तैयार हो गया है.
दुनिया भर में गढ़वाल हिमालय के चार धामों के नाम से प्रसिद्ध इन धामों में से तीन के कपाट अब तक शीतकाल के लिए बंद हो चुके हैं, जबकि चौथे धाम बद्रीनाथ के कपाट अभी भी खुले हैं. 29 अक्टूबर को बर्फबारी से पहले उच्च हिमालई क्षेत्र में स्थित विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ और यमुनोत्री धामों के कपाटों को शीतकाल के लिए बंद किया गया. वहीं बद्रीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर को बंद होंगे. ऐसे में यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की कड़कड़ाती ठंड में हालत खराब है. बद्रीनाथ धाम में बारिश और बर्फबारी ने तीर्थ यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. मंदिर परिसर में पारा जमने से फिसलन बढ़ रही है.
यह भी पढ़ेंः पिथौरागढ़ विधानसभा उपचुनाव: जानें चुनावी गणित, कौन हो सकता है प्रत्याशी
उधर, उत्तरांखड की ही तरह हिमाचल प्रदेश में भी हालात हैं. हिमाचल के रोहतांग पास में आधा फीट ताजा बर्फबारी रिकॉर्ड की गई. इसके अलावा किन्नौर के पहाड़ों पर बर्फबारी का क्रम शुरू हो गया है. लाहौल-स्पीति, कुल्लू और मनाली की पहाड़ियों में बर्फबारी हो रही है. बारालाचा दर्रे में बर्फबारी के कारण रविवार को मनाली-लेह मार्ग बंद हो गया.
यह वीडियो देखेंः