कोविड-19 (Coronavirus Covid-19) के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने श्रद्धालुओं से सोमवार 20 जुलाई को पड़ने वाली सोमवती अमावस्या पर हरिद्वार आने से बचने की अपील की. रावत ने रविवार को कहा कि कोविड-19 को फैलने से रोकने और इससे बचाव के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है लेकिन आम जनता के सहयोग के बिना वह सफल नहीं होगी.
उन्होंने कहा, '20 जुलाई को सोमवती अमावस्या का पावन पर्व है. मेरा सभी श्रद्धालुओं से हाथ जोड़कर निवेदन है कि वह कोरोना काल में मां गंगा का स्मरण करते हुए अपने घरों में ही स्नान करें . हरिद्वार आने से बचें.' वहीं उत्तराखंड में लॉकडाउन के दूसरे दिन भी हरिद्वार समेत तीन अन्य जिलों देहरादून, उधमसिंह नगर और नैनीताल की सीमाएं सील रहीं . कल भी हरिद्वार जिले की सीमाएं बाहरी लोगों के लिए सील रहेंगी.
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हाल ही में संक्रमण के मामलों के बढ़ने के कारणों की जांच में खुलासा हुआ है कि संक्रमण से ग्रस्त एक महिला ने अन्य घरों में काम करते हुए करीब 50 लोगों को भी संक्रमित कर दिया. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, 'इस महिला की तरह प्रदेश के ऊधमसिंह नगर जिले में दो अन्य सुपर स्प्रेडर भी हैं.'
लॉकडाउन को सही ठहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन उपायों के माध्यम से सरकार की कोशिश कोरोना वायरस संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने की है. प्रदेश के चार प्रमुख जिलों - नैनीताल, देहरादून, उधमसिंह नगर और हरिद्वार में शनिवार और रविवार को दो दिन के लिए लॉकडाउन की घोषणा की गई है. हालांकि, बड़े उद्योगों, कृषि और शराब की दुकानों को पाबंदी के दायरे से बाहर रखा गया है. इस संबंध में मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि जरूरत पड़ने पर आगे भी लॉकडाउन जैसे उपाय अपनाए जाएंगे .