चमोली में लगातार बारिश का कहर जारी है. बारिश के कहर से सबसे बुरे हाल तो बद्रीनाथ नेशनल हाईवे का है, जहां कई जगहों पर मलबा गिरने का सिलसिला जारी है. देर रात को मूसलाधार बारिश के बाद टंगड़ी पागल नाला और उसके बाद लामबगड़ के पास देने वाला खचडा नाला उफान पर बह रहा है, जिसके कारण बद्रीनाथ नेशनल हाईवे मार्ग हो गया है. पहाड़ों से भारी मात्रा में बोल्डर और नदी नाले उफान पर आने से मार्ग पर मलबा गया है, जिससे हटाने में बीआरओ और एनएच के पसीने छूट गए हैं.
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हालांकि 6 अगस्त से बद्रीनाथ नेशनल हाईवे के लामबगड़ में बार बार बंद होने के बीच पैदल यात्रा जारी है. लगभग 1 महीने बीतने को है और अभी तक सड़क मार्ग ठीक नहीं हो पाया है. जिसके बाद पैदल यात्रा सुचारू की गई, लेकिन पैदल यात्रा में भी जान जोखिम में डालकर तीर्थ यात्रियों को यात्रा करनी पड़ रही है, क्योंकि पहाड़ी से लगातार बोल्डर और पत्थर गिर रहे हैं. वही बद्रीनाथ जाने वाले लगभग ढाई हजार तीर्थयात्री मार्ग पर फंसे हुए हैं और मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं. मुंबई, महाराष्ट्र, हिमाचल, गुजरात, सिक्किम आदि जगहों के तीर्थ यात्री पांडुकेश्वर में फंसे हुए हैं और मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं.
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रास्तों में आए मलबे को साफ करने में लगे एनएच अधिकारियों का कहना है कि लगातार हो रही बारिश से हालात बिगड़ चुके हैं. थोड़ी सी बारिश में ही भारी मात्रा में पहाड़ों से मलबा गिरकर सड़क पर आ रहा है, जिसे हटाने में काफी समय लग रहा है. कई कई स्थानों पर तो पैदल यात्रा ही करनी पड़ रही है. सभी लोग मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं और मौसम के ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं. सितंबर माह में जिस तरीके से लगातार जनपद चमोली में बारिश हो रही है, उससे लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं.
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