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उत्तराखंड में भारी बारिश से यातायात प्रभावित, रेलवे प्रशासन ने की सुरक्षा की अपील

गोरखपुर पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि रेलवे यात्री सुविधाओं के लिए हमेशा तत्पर है. ऐसे में उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे अपनी जान जोखिम में न डालें.

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Ritu Sharma
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Railway News

रेलवे अपडेट( Photo Credit : News Nation )

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UP Hindi News: उत्तराखंड में भारी बारिश और बाढ़ की वजह से पूर्वोत्तर रेलवे के कई रेलवे खंड और रेलवे स्टेशनों के बीच ट्रैक पर पानी भरने और कटान की स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जिससे रेलवे ट्रैक बाधित हो गए थे. रेलवे प्रशासन ने युद्ध स्तर पर काम करते हुए इन ट्रैकों को सुचारू रूप से संचालित करने का कार्य पूरा कर लिया है. साथ ही, रेलवे प्रशासन ने लोगों से उनकी सुरक्षा की अपील भी की है.

बारिश और बाढ़ के बीच रेलवे की तत्परता

आपको बता दें कि गोरखपुर पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि रेलवे यात्री सुविधाओं के लिए सदैव तत्पर है. उन्होंने कहा कि भारी बारिश और बाढ़ के बीच लोगों को अपनी सुरक्षा के प्रति सचेत रहना चाहिए. विशेषकर, गांव के तालाब और नदी की गहराई में फर्क होता है, जिसे ध्यान में रखते हुए अपनी जान को जोखिम में नहीं डालना चाहिए. सावन के महीने को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने कुछ स्पेशल ट्रेनों का भी संचालन किया है ताकि यात्रियों को राहत मिल सके.

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लालकुंआ-काशीपुर और अन्य प्रभावित ट्रैक बहाल

रेलवे प्रशासन ने बताया कि उत्तराखंड और तराई क्षेत्र में भारी बारिश के कारण कई रेल खंड प्रभावित हो गए थे. लालकुंआ-काशीपुर रेल खंड, लालकुंआ-काठगोदाम रेल खंड, पीलीभीत-टनकपुर रेल खंड, भोजीपुरा-पीलीभीत रेल खंड और पीलीभीत-शाहजहांपुर रेल खंड जैसे प्रमुख खंडों पर पानी भरने और कटान की वजह से यातायात बाधित हो गया था.

वहीं आपको बता दें कि 8 जुलाई की रात को टनकपुर और इसके आसपास के क्षेत्र में अप्रत्याशित रूप से 431 मिमी वर्षा हुई थी. नानक सागर बांध से 39 हजार क्यूसेक, लाहौरिया बांध से 3000 क्यूसेक और शारदा नदी के बनबसा बांध से 2.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से पूरे क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. वरिष्ठ रेल अधिकारियों की निगरानी में इन रेल खंडों पर पुनर्स्थापन कार्य युद्ध स्तर पर चलाया गया.

विशेष प्रयासों से बहाल हुए ट्रैक

लालकुंआ-काठगोदाम रेल खंड को 8 जुलाई को 16 बजे से और लालकुंआ-काशीपुर रेल खंड को 9 जुलाई को 06.30 बजे से संरक्षित रेल यातायात हेतु बहाल कर दिया गया. पीलीभीत-टनकपुर रेल खंड पर खटीमा और बनबसा स्टेशनों के बीच रेल कर्मचारियों के विशेष प्रयासों से 10 जुलाई को 20.40 बजे से ट्रेनों का संचालन बहाल कर दिया गया.

भोजीपुरा-पीलीभीत रेलवे सेक्शन पर पुनर्स्थापन का प्रयास

भोजीपुरा-पीलीभीत रेल खंड पर शाही के पास देवहा नदी में आई बाढ़ के कारण कटान हो गई थी. इस कटान को ठीक करने के लिए रेलवे प्रशासन ने अपने अनुभवी इंजीनियरों की निगरानी में पुनर्स्थापन कार्य चलाया. लगभग 65 श्रमिकों ने कार्य किया और मटेरियल ट्रॉली द्वारा लाए गए लगभग 37 घन मीटर बोल्डर को साइट पर लगाया गया.

माला-शाहगढ़ स्टेशनों के बीच पुनर्स्थापन कार्य

माला-शाहगढ़ स्टेशनों के मध्य पुलिया संख्या-305 के पुनर्स्थापन हेतु इंजीनियरिंग विशेषज्ञों की निगरानी में लगभग 90 श्रमिक अथक परिश्रम कर रहे हैं. यहां पर 4 वैगनों में लगभग 64.4 घन मीटर बोल्डर लाए गए. मटेरियल ट्राली की मदद से बोल्डर को ब्रीच साइट पर लगाया जा रहा है और अतिरिक्त बोल्डर लाने का कार्य किया जा रहा है.

रेलवे प्रशासन की अपील

रेलवे प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बाढ़ के समय में अपनी जान को जोखिम में न डालें और रेलवे द्वारा दी गई सुरक्षा निर्देशों का पालन करें. साथ ही, सावन के महीने को देखते हुए चल रही विशेष ट्रेनों का लाभ उठाएं और सुरक्षित यात्रा करें. रेलवे ने बाधित ट्रैक को बहाल करने के साथ ही अन्य प्रभावित ट्रैक को भी शीघ्र ही सुचारू रूप से चलाने का संकल्प लिया है.

HIGHLIGHTS

  • उत्तराखंड में तेज बारिश ने चक्कों पर भी लगाया ब्रेक
  • रेलवे प्रशासन ने की सुरक्षा की अपील
  • बारिश और बाढ़ के बीच रेलवे की तत्परता

Source : News Nation Bureau

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