उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के तहत गाला रोड शो मुंबई में होगा. लंदन, बर्मिंघम, दिल्ली, दुबई और अबू धाबी के साथ चेन्नई, बैंगलौर तथा अहमदाबाद में विभिन्न रोड शो अभी तक किए जा चुके हैं. समिट से पहले अभी तक करीब 94 हजार करोड़ के एमओयू किए गये हैं. दिल्ली में उत्तराखंड के सीएम धामी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा, फार्मा, कृषि, एग्री, ऊर्जा, लॉजिस्टिक, इन्फ्रास्ट्रक्चर और हॉस्पिटैलिटी फोकस सेक्टर रहे, जिसमे एमओयू हुए हैं.
धामी ने अहमदाबाद में आयोजित रोड शो में भाग लेने के बाद नई दिल्ली में मीडिया से वार्ता करते हुए जानकारी दी कि लंदन, बर्मिंघम, दिल्ली, दुबई और अबू धाबी के साथ चेन्नई, बैंगलौर तथा अहमदाबाद में विभिन्न निवेशक समूहों के साथ बैठकें अभी तक हुई हैं. इसमें पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा, फार्मा, कृषि, एग्री, ऊर्जा, लॉजिस्टिक, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं हॉस्पिटैलिटी आदि के क्षेत्र में निवेशकों से विभिन्न करार हुए हैं.
निवेशक उत्तराखंड में निवेश के प्रति काफी उत्साहित हैं और अहमदाबाद में ही 50 से अधिक उद्योग समूहों के साथ आयोजित बैठक के बाद करीब 24 हजार करोड़ के निवेश पर करार के साथ अब तक लगभग 94 हजार करोड़ के निवेश प्रस्तावों पर करार हो चुके है. अगला कार्यक्रम मुंबई में होना है, जिसमें निवेशकों के साथ संवाद एवं रोड शो होना है.
उपयोगी प्रस्तावों का भी गहनता से आकलन हो रहा: CM
सीएम ने बताया कि उनकी सरकार का प्रयास 08-09 दिसम्बर 2023 को देहरादून में प्रस्तावित इन्वेस्टर्स समिट तक प्राप्त सभी करारों को धरातल पर उतारने का है. उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी सुझाव मिले हैं, उन पर अमल किया गया है. राज्य हित में उपयोगी प्रस्तावों का भी गहनता से आकलन हो रहा है. उन्होंने कहा कि निवेश के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने वाले और प्राथमिक सेक्टर को ताकत देने वाले प्रस्तावों को प्राथमिकता के आधार पर प्रोत्साहित किया जाएगा. राज्य सरकार ने जो नीतियां तय की हैं, निवेशकों, उद्योगों एवं उत्तराखण्ड के लोगों के हितों को ध्यान में रखकर की.
प्रदेश में निवेश बढ़ने से अर्थव्यवस्था मजबूत होगी: सीएम
सीएम ने मीडिया को सूचना दी कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट की थीम को “पीस टू प्रोस्पेरिटी” के तर्ज़ पर रखी गई है. टूरिज्म, वेलनेस और हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री के संग उत्तराखंड में अनेक नए एवं गैर परंपरागत उद्योगों को विकसित किया जा रहा है. उत्तराखंड को देश के प्रमुख फार्मा हब के रूप में स्थापित करने के लिए भी यह अहम कदम है. प्रदेश में निवेश बढ़ने से अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे.
मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड में निवेश के अनुकूल अनुकूल वातावरण होने की बात कही है. राज्य में 06 हजार एकड़ का लैंड बैंक तैयार किया गया है. पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश करने वालों को और प्रोत्साहन दिया जा रहा है. उत्तराखण्ड का प्राकृतिक सौन्दर्य और बेहतर मानव संसाधन निवेशकों को को उत्तराखंड आने के आकर्षित कर रहा है.
( रिपोर्ट- हर्ष वर्धन द्विवेदी )
Source : News Nation Bureau