Uttarakhand: उत्तराखंड के टिहरी के लोगों के लिए गौरव का पल आया है. देवप्रयाग की रहने वाली ऋचा कोटियाल का चयन इंटरनेशनल विजिटर्स लीडरशिप प्रोग्राम अमेरिका के लिए हुआ है. ऋचा अमेरिका में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी. इसकी वजह से देवप्रयाग के लोगों में खुशी की लहर है. लोग इस बात की चर्चा कर रहे हैं. इस प्रोग्राम के लिए देशभर से 7 लोगों का चयन किया गया है इसमें से एक ऋचा कोटियाल है.
भोपाल में कार्यक्रम के बाद चयन
देवभूमी उत्तराखंड के टिहरी जिले के देवप्रयाग की बेटी ऋचा कोटियाल जोशी का चयन आईवीएलपी (इंटरनेशनल विजिटर्स लीडरशिप प्रोग्राम) के लिए हुआ है. ऋचा अमेरिका के वांशिंगटन समेत चार अन्य शहरों में आधी आबादी के विषय पर भाषण देगी. ऋचा वर्तमान में अभियोजन अधिकारी के पद पर बनी है. सीएपीटी भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान उसने अपना प्रोग्राम तैयार किया और इसे पेश किया. इस प्रेजेंटेशन को देखने के बाद वहां मौजूद कमेटी ने ऋचा को पास करते हुए IVLP यानी (इंटरनेशनल विजिटर्स लीडरशिप प्रोग्राम) के लिए चयन किया गया.
2012 में बनी सहायक अभियोजन अधिकारी
वहीं ऋचा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई टिहरी जिले से की है. इसके बाद उसने आगे की पढ़ाई के लिए देहरादून का रुख किया. ऋचा ने लॉ कॉलेज देहरादून से कानून की पढ़ाई की है. इसके बाद उसने लॉ में मास्टर्स की पढ़ाई कुमाउ युनिवर्सिटी से की. जानकारी के अनुसार ऋचा कोटियाल राज्य लोक सेवा आयोग(UKPSC) की परीक्षा पास कर 2012 में सहायक अभियोजन अधिकारी के पद पर तैनात हुई.
देश से 7 लोगों का चयन
आपकों बता दे कि ऋचा कोटियाल की पिता राजेंद्र कोटियाल पूर्व सूचना आयुक्त और वरिष्ठ वकील है. वो अमेरिका के वाशिंटन में भाषण देने के लिए 17 नवंबर को रवाना होंगी. यहां वो आधी आबादी पर भाषण देंगी. जानकारी के अनुसार ऋचा कोटियाल के साथ भारत से कुल 7 लोगों का चयन हुआ है. ऋचा काटियाल का चयन होना उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लोगों के लिए बड़ी उपलब्धि है. इसकी वजह से देवप्रयाग में खुशी की लहर है.
क्या है IVLP ?
IVLP यानी इंटरनेशनल विजिटर्स लीडरशीप प्रोग्राम एक कार्यक्रम है जिसे अमेरिका का विदेश विभाग आयोजित करता है. विश्व के बड़े लोकतंत्र वाले देश के उभरते युवाओं को अमेरिका अपने देश घुमने के लिए बुलाता है. इसके तहत अमेरिका अपनी विचारधारा और कल्चर को जानने का मौका देता है. इसके कार्यक्रम के तहत हर साल 5 हजार के करीब लोगों का चयन किया जाता है. इससे अमेरिका और भाग देने वाले देश के बीच रिश्ते मजबूत होते हैं.
Source : News Nation Bureau