Uttarakhand Global Investors Summit 2023 : उत्तराखंड में अगले महीने दिसंबर में आयोजित होने जा रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के तहत मुंबई में रोड शो का आयोजन होगा. अब तक लंदन, बर्मिंघम, दिल्ली, दुबई और अबू धाबी के साथ चेन्नई, बेंगलुरु और अहमदाबाद में विभिन्न रोड शो किए जा चुके हैं. समिट से पहले अबतक करीब 94 हजार करोड़ रुपये के एमओयू हो चुके हैं. इस बीच उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 को लेकर मीडिया से बातचीत की है. सीएम धामी ने दिल्ली में कहा कि कई सेक्टरों में एमओयू साइन किए गए हैं.
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अहमदाबाद में आयोजित रोड शो में हिस्सा लेने के बाद सीएम पुष्कर धामी ने दिल्ली में मीडिया से वार्ता करते हुए जानकारी दी कि लंदन, बर्मिंघम, दिल्ली, दुबई और अबू धाबी के साथ चेन्नई, बेंगलुरु और अहमदाबाद में कई निवेशक समूहों के साथ बैठक हुई है. इस मीटिंग में पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा, फार्मा, कृषि, एग्री, ऊर्जा, लॉजिस्टिक, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं हॉस्पिटेलिटी आदि सेक्टरों में निवेशकों से कई करार किए गए हैं. उत्तराखण्ड में निवेश के प्रति निवेशक काफी उत्साहित हैं. अहमदाबाद में ही 50 से अधिक उद्योग समूहों के साथ बैठक हुई. इसके बाद लगभग 24 हजार करोड़ रुपये के निवेश पर करार किए गए हैं. अब तक लगभग 94 हजार करोड़ के निवेश प्रस्तावों पर करार हो चुके हैं. मुंबई में अगला कार्यक्रम होना है, जिसमें निवेशकों के साथ संवाद एवं रोड शो होना है.
मुख्यमंत्री धामी ने आगे कहा कि उनकी सरकार का प्रयास देहरादून में 08-09 दिसंबर 2023 को प्रस्तावित इन्वेस्टर्स समिट तक प्राप्त सभी करारों को धरातल पर उतारने का है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में अबतक जो भी सुझाव आए हैं, उनपर भी अमल किया जा रहा है. राज्य के हित में उपयोगी प्रस्तावों का भी गहनता से आकलन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर निवेश के साथ स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने वाले और प्राथमिक सेक्टर को मजबूती देने वाले प्रस्तावों को प्रोत्साहित किया जाएगा. साथ ही राज्य सरकार ने निवेशकों, उद्योगों एवं उत्तराखण्ड के लोगों के हितों को ध्यान में रखकर नीतियां बनाई हैं.
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उन्होंने आगे कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट की थीम को 'पीस टू प्रोस्पेरिटी' के तर्ज पर रखा गया है. टूरिज्म, वेलनेस और हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री के साथ उत्तराखण्ड में अनेक नए एवं गैर परंपरागत उद्योगों को विकसित किया जाने की तरफ कार्य किया जा रहा है. देश के प्रमुख फार्मा हब के रूप में उत्तराखण्ड को स्थापित करने के लिए भी यह महत्त्वपूर्ण कदम है. प्रदेश में निवेश बढ़ने से अर्थव्यवस्था मजबूत होने के साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.
मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखण्ड में निवेश के लिए अनुकूल वातावरण होने की बात कही. राज्य में 6 हजार एकड़ का लैंड बैंक बनाया गया है. साथ ही पहाड़ी इलाकों में निवेश करने वालों को और प्रोत्साहन दिया जा रहा है. राज्य का प्राकृतिक सौन्दर्य और बेहतर मानव संसाधन निवेशकों को उत्तराखण्ड आने के लिए आकर्षित कर रहा है.
हर्ष वर्धन द्विवेदी
Source : News Nation Bureau