भारतीय नौसेना का एक पर्वतारोही दल उत्तराखंड में हिमस्खलन की चपेट में आ गया है. यह दल उत्तराखंड के त्रिशूली पर्वत पर ट्रैकिंग करने गया था. जानकारी के अनुसार इस हिमस्खलन में दल के 6 से 10 लोग फंसे हुए हैं. वहीं, घटना की सूचना मिलते ही एनआईएम उत्तरकाशी से रेस्क्यू दल मौके के लिए रवाना हो गया है. यह हिमस्खलन त्रिशूली बेस कैंप से आगे बताया जा रहा है. यह हादसा उस समय हुआ जब कैंप 3 से समिट के लिए जा रहे थे. यह दल त्रिशूली पर्वत पर लगभग 6700 मीटर की ऊंचाई पर ट्रैकिंग गरने गया था.
आपको बता दें कि इससे पहले अप्रैल में भारत-चीन सीमा के पास उत्तराखंड के चमोली गढ़वाल जिले में हिमस्खलन की चपेट में आने से कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई थी. कई बार हिमस्खलन आने कि वजह से रोड चार से पांच जगहों से कट गई. जोशीमठ में बॉर्डर रोड टास्क फोर्स की टीमें काम कर रही थीं. कुल 384 लोगों को सुरक्षित बचाया गया और उनको सेना के शिविर में रखा गया. भारतीय सेना के अनुसार अन्य मजदूरों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान जारी किया गया. सेना के अनुसार उत्तराखंड में सुमना रिमखिम मार्ग पर स्थित सुमना गांव से करीब चार किमी आगे हिमस्खलन की चपेट में आने के तुरंत बाद भारतीय सेना द्वारा बचाव अभियान शुरू किया गया.
भूस्खलन के कारण चार से पांच स्थानों पर सड़क का संपर्क कट गया. जोशीमठ से बॉर्डर रोड टास्क फोर्स (बीआरटीएफ) की टीमें भापकुंड से सुमना तक स्लाइड को साफ करने का काम कर रही हैं.
Source : News Nation Bureau