Char Dham Yatra : इस साल चार धाम यात्रा में भारी संख्या इजाफा दर्ज की गई है. यह आंकड़ा 50 लाख के पार पहुंच गया है, जिससे पहले के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं. चारधाम यात्रा में साल दर साल श्रद्धालुओं की वृद्धि ऑल वेदर रोड की सफलता मानी जा रही है. इसका श्रेय उत्तराखण्ड सरकार के प्रबंधन और प्रचार प्रसार को भी जाता है. दिसंबर में ग्लोबल इंवेस्टर समिट से पहले ये आंकड़े पर्यटन क्षेत्र में निवेशकों को भी आकर्षक लगे.
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पिछले 3 सालों में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि कुछ इस तरह दर्ज की गई है:
2021 5.18 लाख श्रद्धालु (कोरोना काल से बाधित)
2022 46.27 लाख श्रद्धालु
2023 50.12 लाख श्रद्धालु (16 अक्टूबर तक )
केंद्र सरकार ने उत्तराखंड में 27 दिसंबर 2016 को ऑल वेदर रोड की आधारशिला रखकर बेहतर कनेक्टिविटी की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. इस परियोजना का प्राथमिक ध्येय हर मौसम में चार धाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के लिए बेहतर कनेक्टिविटी बढ़ाना है. इस परियोजना के तहत तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित और सुगम यात्रा प्रदान होगी, जिससे वे बेमौसम की स्थिति या प्राकृतिक बाधाओं के बीच भी अपनी यात्रा आसानी से पूरी कर सकेंगे.
उत्तराखण्ड सरकार ने फिर भी तीर्थयात्रियों की सुविधाओं में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए थे, जिसमें चारों धामों में भक्तों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से लेकर दर्शन तक की अलग-अलग व्यवस्थाएं शामिल हैं. एम्बुलेंस और डॉक्टरों की विशेष टीम बनाई गई है, जिसमें श्रद्धालुओं को जरूरी सहायता मिलेगी. इसी क्रम में 50 हेल्थ ATM भी लगाए गए हैं. उत्तराखण्ड ऐसा राज्य है, जहां टूरिज्म और धार्मिक पर्यटन राजस्व का बहुत बड़ा स्रोत बन सकता है. ऐसे में सरकार यात्रियों को सुविधाएं प्रदान कर रही हैं.
हर्ष वर्धन द्विवेदी की रिपोर्ट
Source : News Nation Bureau