उत्तराखंड में लंबे इंतजार के बाद बारिश का दौर शुरू हो चुका है. जून महीने में प्रदेश में मानसून की दस्तक नहीं होने की वजह से कई जल स्त्रोत सूखने की कगार पर पहुंच गए थे. वहीं, जून के अंत में बारिश ने प्रदेश में दस्तक दी और अब देवभूमि उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया जा चुका है. बता दें कि 1 जुलाई से प्रदेश में सभी स्कूलों को खोला गया था, लेकिन भारी बारिश को देखते हुए 2 जुलाई को फिर से स्कूल बंद कर दिए गए. वहीं, अलग-अलग जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है. वहीं, भारी बारिश की वजह से कई सड़कों पर पत्थऱ या भूस्खलन होने की संभावना भी जताई जा रही है. जिसकी वजह से प्रदेशभर में कई सड़कों को बंद कर दिया गया है.
प्रदेश में भारी बारिश की वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त
मौसम विभाग ने कुछ जिलों में बारिश का रेड अलर्ट जारी कर दिया है. प्रदेश में नदियां उफान पर है. नदियों में जलस्तर बढ़ता जा रहा है, जिसे लेकर प्रशासन ने भी चेतावनी जारी कर दी है और लोगों से अनुरोध किया है कि नदियों में जाने से बचे या तो ज्यादा गहराई में ना जाए. हाल ही में हरिद्वार में एक युवक-युवती का नदी में बह जाने का मामला सामने आया है. साथ ही हरिद्वार में तेज बहाव के चलते ना जाने कितनी गाड़ियां नदियों में बह गई. उत्तराखंड में आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है.
इन जिलों में जारी हुआ रेड अलर्ट
आपको बता दें कि प्रदेश के चमोली, टिहरी, नैनीताल, पिथौरागढ़, चंपावत और बागेश्वर जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. पहाडों पर भारी बारिश होने की वजह से प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है. लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि कई जगहों पर रास्ते बंद कर दिए गए हैं. देवभूमि में तीर्थ यात्रा के लिए भारी संख्या में हर साल यहां आते हैं. इसे देखते हुए राज्य सरकार ने श्रद्धालुओं से भी सावधानी बरतने को कहा है. भारी बारिश की वजह से प्रदेश के कई जिलों में स्कूलों को 2 जुलाई से 4 जुलाई तक के लिए बंद कर दिया गया है. वहीं, भारी बारिश को देखते हुए एसडीआरएफ की टीम के साथ ही चिकित्सा विभाग को भी अलर्ट रहने को कहा गया है.
HIGHLIGHTS
- प्रदेश में बारिश का रेड अलर्ट
- बारिश की वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त
- प्रदेश में भारी बारिश की वजह से स्कूल बंद
Source : News Nation Bureau