उत्तराखंड ( Uttarakhand ) में भाजपा दोबारा सत्ता में वापस आ गई है, लेकिन नए मुख्यमंत्री के चयन को लेकर चर्चाएं भी जोरों पर हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी विधानसभा सीट खटीमा से चुनाव हार गए हैं. ऐसे में अब मुख्यमंत्री के लिए नए चेहरे की चर्चाएं जोरों पर हैं. हालांकि भाजपा के कुछ नेता मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक बार और मौका दिए जाने की पैरवी कर रहे हैं तो वहीं सतपाल महाराज ( Satpal Maharaj ), डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक और अजय भट्ट भी मुख्यमंत्री की रेस में बने हुए हैं. कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत का भी नाम सबसे आगे चल रहा है.
इस बीच सतपाल महाराज ने भी संगठन महामंत्री बीएल संतोष से मुलाकात की. बताया जा रहा है दोनों नेताओं के बीच उत्तराखंड के सियासी घटनाक्रम पर चर्चा हुई. इसके साथ ही मुख्यमंत्री के नाम को लेकर भी बातचीत हुई. धामी व अन्य विकल्पों पर संगठन महासचिव लागातर उत्तराखंड के नेताओ से फीडबैक ले रहे हैं.चौबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र से प्रचण्ड विजय हासिल करने के बाद प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने शुक्रवार को प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय से शिष्टाचार भेंट की. प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने शुक्रवार को प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय से शिष्टाचार भेंट कर उन्हें उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड जीत पर शुभकामनाएं दी. उन्होंने भाजपा के चुनावी प्रबंधन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि भाजपा ने प्रदेश के विकास के साथ-साथ सभी वर्गो के हितों का ध्यान रखा.
महाराज ने कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश को संस्कार भूमि बनाने के साथ-साथ सभी विकास कार्यो को तेजी के साथ पूरा करेगी। उन्होने कहा कि देश एवं प्रदेश की सम्मानित जनता यह भली-भांति जानती है कि 'करेगी तो सिर्फ भाजपा ही'. इसीलिए जनता ने पुन: भाजपा को प्रदेश में सत्ता की बागडोर सौंपी है. भाजपा सरकार की कार्य संस्कृति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व का ही परिणाम है कि विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद विरोधी दलों का सूफड़ा साफ हो गया है.
Source : News Nation Bureau