Uttarakhand Weather Update Today: प्रदेशभर में मानसून की वर्षा का दौर जारी है. रविवार को कुमाऊं मंडल के चंपावत, नैनीताल और ऊधम सिंह नगर में भारी से अत्यंत भारी वर्षा की संभावना है, जिसके चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, पौड़ी, पिथौरागढ़, बागेश्वर और अल्मोड़ा में भी भारी वर्षा के एक से दो दौर होने की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. देहरादून समेत अन्य जनपदों में एक से दो दौर तेज वर्षा के पूर्वानुमान को देखते हुए यलो अलर्ट है.
बदरीनाथ और गंगोत्री हाईवे की स्थिति
आपको बता दें कि चमोली जिले में लगातार बारिश के कारण बदरीनाथ हाईवे गुलाबकोटी और सेलंग में मलबा और पत्थर आने के कारण अवरुद्ध हो गया है. यात्री पड़ावों पर हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि, बदरीनाथ हाईवे पागलनाला में खोल दिया गया है. उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 10 घंटे बाद खोला गया, जिससे लगभग दो हजार कांवड़ यात्री राहत की सांस ले सके.
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उमस और गर्मी की समस्या
वहीं कुछ पर्वतीय जनपदों में अपेक्षाकृत वर्षा कम होने के कारण उमस और गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है. चमोली और रुद्रप्रयाग के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पर्याप्त वर्षा हो रही है, लेकिन निचले क्षेत्रों में पिछले दस दिनों में केवल एक-दो बार ही कुछ समय के लिए वर्षा हुई है. देहरादून जिले में शनिवार को पूरे दिन वर्षा नहीं हुई, जिससे तापमान सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक 34.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि रविवार और सोमवार को कुमाऊं मंडल के तीन जनपदों में अत्यंत भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया गया है. बाकी जनपदों में भी मध्यम से तेज वर्षा के एक से अधिक दौर होने की संभावना है. इसके साथ ही, मौसम विभाग ने संभावित खतरे को देखते हुए जिलाधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं.
आपदा प्रबंधन की तैयारी
चंपावत, नैनीताल, ऊधम सिंह नगर, अल्मोड़ा और पौड़ी जिलों में भारी वर्षा के पूर्वानुमान को देखते हुए आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार ने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में वर्षा से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने सभी संबंधित जिलों के डीएम से फोन पर बातचीत कर अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए और रिहायशी इलाकों में जलभराव की समस्या से निबटने के लिए प्रभावी रणनीति के तहत कार्य करने को कहा. आपदा प्रबंधन सचिव ने जलभराव वाले क्षेत्रों को चिह्नित कर पानी को किसी नाले अथवा नदी की तरफ मोड़ने के कदम उठाने के निर्देश दिए.
भूस्खलन के उपचार की व्यवस्था
आपको बता दें कि पौड़ी जिले के दुगड्डा ब्लॉक के आमसौड़ में राष्ट्रीय राजमार्ग पर हो रहे भूस्खलन के उपचार के लिए उत्तराखंड भूस्खलन न्यूनीकरण और प्रबंधन केंद्र की टीम भूगर्भीय सर्वेक्षण करेगी। आपदा प्रबंधन सचिव ने यह सर्वेक्षण कर भूस्खलन क्षेत्र में तुरंत उपचार शुरू करने के निर्देश दिए. साथ ही, बनबसा में एसडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम तैनात की जाएगी ताकि आपदा की स्थिति में तेजी से कदम उठाए जा सकें.
हरिपुर और आशारोड़ी में भारी वर्षा
बता दें कि शुक्रवार रात से लेकर शनिवार तक हरिपुर और आशारोड़ी में छह घंटे में 171 मिमी वर्षा दर्ज की गई. इसके अलावा, झाझरा में 162 मिमी, नरेंद्रनगर में 85.2 मिमी और मसूरी में 72.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई. देहरादून के विभिन्न क्षेत्रों में भी मूसलधार वर्षा के कारण जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई.
HIGHLIGHTS
- कुमाऊं के इन जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट
- भारी बारिश के चलते बद्रीनाथ हाईवे बंद
- जानें बदरीनाथ और गंगोत्री हाईवे की स्थिति
Source : News Nation Bureau