दिल्ली के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय आज पिरान कलियर विधानसभा पहुंचे जहां पहुंचते ही आप कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया,इसके बाद उन्होंने वहां मौजूद स्थानीय जनता को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के अंदर चुनाव का बिगुल बज चुका है और नामांकन सभी के पूरे हो चुके हैं. सभी पार्टियां अपने पर्चे दाखिल कर चुकी हैं. उन्होंने कहा कि बीते 21 सालों से उत्तराखंड के लोग यहां पर सरकारें बनाते आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक वक्त हमारा देश सोने की चिड़िया हुआ करता था, लेकिन अंग्रेजों ने यहां से सब कुछ ले जाकर इस देश को जहां कंगाल किया वही देश पर हुकूमत भी की. जिसके बाद आंदोलनकारियों ने देश को आजाद कराने के लिए एक बहुत बड़ा आंदोलन लड़ा ताकि देश आजाद होने के साथ-साथ सभी लोगों का विकास हो सके.
इस लड़ाई के लिए हर जाति धर्म के लोगों ने आगे आकर अपना पूरा समर्पण दिया. उत्तराखंड भी उत्तर प्रदेश का हिस्सा रहा और उत्तराखंड के विकास के लिए यहां के लोगों ने भी एक बहुत बड़ा आंदोलन लड़ा जिसके बाद उत्तराखंड राज्य बना लेकिन आज 21साल हो गए हैं, कांग्रेस और बीजेपी ने जनता को सिर्फ बेवकूफ बनाया. यहां पार्टियां और नेता बदले लेकिन यहां के लोगों की तकलीफ कभी नहीं बदली.
उन्होंने कहा कि यहां की सड़कें आज बदहाल है जिसको देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि कलियर की स्थिति कितनी खराब है और यह स्थिति लगभग पूरे उत्तराखंड में ऐसी ही है. लोगों ने बारी-बारी से अलग-अलग दलों की सरकारें बनाई ,क्योंकि उनके पास कोई विकल्प नहीं था. उन्होंने कहा कि 21 सालों से यहां पर बी यानी बीजेपी और सी यानि कांग्रेस की आप से लड़ाई चल रही थी यहां के लोगों के पास कोई विकल्प मौजूद नहीं था. यहां के लोगों को 21 साल से ए पार्टी का इंतजार था और 21 साल बाद उत्तराखंड की जनता को ए पार्टी यानी आम आदमी पार्टी मिल चुकी है.
इस बार उत्तराखंड में त्रिकोणीय मुकाबला होगा जिसमें ए बी और सी तीनों ही पार्टियां मुकाबले में रहेंगे. उन्होंने कहा कि पिरान कलियर में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही सरेंडर हो चुकी है और यहां पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी एकतरफा जीत हासिल करेंगे. बीजेपी 5 साल बेमिसाल का नारा देती है लेकिन बीजेपी यह बताएं कि उन्होंने तीन तीन मुख्यमंत्रियों को आखिर क्यों बदला. बीजेपी के लोगों को खुद की पार्टी पर भरोसा नहीं है तो आखिर कैसे वह जनता का विश्वास जीतेंग .
इस बार उत्तराखंड के लोगों ने कसम खा ली है चारों तरफ झाड़ू चलेगी. उन्होंने कहा कि एक और बीजेपी और कांग्रेस हमारे अस्तित्व पर सवाल उठाते हैं और वहीं दूसरी ओर रात में घरों के अंदर बैठकर आम आदमी पार्टी के बारे में ही चर्चा करते हैं,कहीं दिल्ली जैसा हाल उत्तराखंड में भी आम आदमी पार्टी इन दोनों का ना कर दे.
उन्होंने कहा अबकी बार कलियर के अंदर क्रांति होगी क्योंकि यहां पर बुजुर्गों माताओं का आशीर्वाद और युवाओं का समर्थन आम आदमी पार्टी के साथ है. उन्होंने कहा कि पूरे देश के अंदर सरकारी स्कूलों में जहां एक और ताले लग रहे हैं ,वहीं दिल्ली के स्कूलों को आम आदमी पार्टी ने बेहतर करके दिखा दिया है जिसमें गरीब से लेकर अमीर के बच्चे पढ़ते हैं. उन्होंने कहा कि आज हर मां बाप अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में पढ़ाना चाहता है ,क्योंकि सरकारी स्कूलों के प्रदेश में बहुत बुरे हालात हैं. दिल्ली में हमारी सरकार बनते ही हमने सबसे पहले बच्चों की शिक्षा को बेहतर करने का कार्य किया .
हमने ईमानदार राजनीति के दम पर ऐसे सरकारी स्कूलों का निर्माण करवाया, जहां प्राइवेट स्कूलों से लोग नाम कटवा कर अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने का काम कर रहे है. ऐसी व्यवस्था हम उत्तराखंड में भी लागू करेंगे. दिल्ली जैसे तमाम सुविधाएं हम उत्तराखंड में सरकार बनने पर देंगे. यहां की शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार सभी के लिए बेहतर काम किया जाएगा. दिल्ली में 24 घंटे बिजली आती है लेकिन बिल नहीं आता है वहां पर बिल 0 आता है,जबकि दिल्ली में हम बाहर से बिजली खरीदते हैं और उत्तराखंड में बिजली पैदा होती है.
हमारी सरकार उत्तराखंड के लोगों को भी 300 यूनिट बिजली मुफ्त देगी. हमारी सभी बहनों को सरकार बनते ही हजार रुपए प्रतिमाह सहायता दी जाएगी. हमारी गारंटी से बीजेपी कांग्रेस परेशान हैं, वह कहते हैं कि हमारी फ्री की गारंटी से जनता निकम्मी हो जाएगी. लेकिन बीजेपी कांग्रेसी यह बताएं कि जो भी उनका नेता विधायक या मंत्री बनता है,उसको हर महीने 3000 यूनिट बिजली मुफ्त मिलती है तो क्या वह सबसे बड़ा निकम्मा है.
उन्होंने कहा कि एक बार आप आम आदमी पार्टी को मौका दीजिए. जितनी जोर से 14 फरवरी को झाड़ू का बटन दबेगा उतनी ही तेजी से हम पिरान कलियर में विकास के कार्यों को करके दिखाएंगे. उन्होंने कहा कि एक तरफ निकम्मा विधायक है और दूसरी तरफ काम करने वाला प्रत्याशी है जनता को अब यह फैसला करना है कि उसे इसे सुनना है. अब यह फैसला जनता को करना है कि उन्हें निकम्मा विधायक चाहिए या फिर काम करने वाला युवा और जोशीला नौजवान इसलिए 14 फरवरी को झाड़ू का बटन दबाइए और काम करने वाले प्रत्याशी को अपना विधायक चुनिए.