उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में शनिवार देर रात एक बड़ा हादसा हो गया. यहां पर ब्राह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक निर्माणधीन टनल 50 मीटर तक धंस गया. कंपनी के निर्माणाधीन टनल में 36 मजदूर टनल के अंदर फंस गए. इस दौरान अभी तक किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. यहां पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. ऐसा बताया जा रहा है कि यह हादसा भूस्खलन की वजह से हुआ. जिला प्रशासन के अधिकारियों के अनुसार, मजदूरों को बाहर निकालने में 2 से 3 दिन का वक्त लगेगा. टनल के अंदर फंसे मजदूर सुरक्षित हैं. मजदूरों तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए एक ऑक्सीजन पाइप भी टनल के अंदर पहुंचाया गया है.
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उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के नेतृत्व पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, फायर सर्विस, 108 इमरजेंसी सेवा की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. सुरंग से मलबे को हटाने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग मशीन की सेवाएं भी ली जा रही हैं. निर्माणाधीन टनल का मलबा निकलाने के लिए NHIDCL की मशीनरी काम में जुटी हुई है.
मजदूर 2800 मीटर अंदर हैं
टनल के बाहर 5 एंबुलेंस को तैनात किया गया है. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि रेस्क्यू किए गए मजदूरों को जरूरत पड़ने पर बिना देर प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराया जा सके. यह घटना भूस्खलन की वजह से हुई है. .ये सिलक्यारा सुरंग से 200 मीटर की दूरी पर हुआ. सुरंग में काम करने वाले मजदूर 2800 मीटर अंदर हैं.
ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट का हिस्सा बताया जा रहा
इस टनल को ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट का हिस्सा बताया जा रहा है. इसकी लंबाई 4.5 किमी है. चार किलोमीटर सुरंग का निर्माण हो गया है. इस टनल का कार्य सितंबर 2023 में पूरा हो जाना था. मगर प्रोजेक्ट में देरी देखने को मिली. अब ये प्रोजेक्ट मार्च 2024 तक पूरा होने की संभावना है. आपको बता दें कि इस साल मार्च में निर्माणाधीन सुरंग में भूस्खलन की घटना देखने को मिली थी.