Uttarkashi Tunnel Collapse: उत्तरखंड के उत्तरकाशी में चारधाम परियोजना के तहत सिलक्यारा से डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन टलन हादसे में फंसे 40 मजूदरों को अभी निकाला नहीं जा सकता है. हालांकि आज यानी हादसे के चौथे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा. नई जानकारी के अनुसार सुरंग 50 मीटर तक धंसी हुई है और मलबे से रास्ता पूरी तरह ब्लॉक हो चुका है. जिसके चलते सुरंग में फंसे लोगों को बाहर निकालने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. फिलहाल ऑगर मशीन से ड्रिलिंग का काम जारी है. हेवी ऑगर मशीन ड्रिलिंग के लिए एयरफोर्स की मदद से लाई जा रही है.
यह खबर भी पढ़ें- Madhya Pradesh & Chhattisgarh assembly election 2023: मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनावी प्रचार का शोर आज होगा खत्म, आखिरी दिन दिग्गज दिखाएंगे दम
टनल के मलबे में फंसे श्रमिकों के साथियों ने प्रोटेस्ट किया
इन सब के बीच सिलक्यारा टनल के मलबे में फंसे श्रमिकों के साथियों ने प्रोटेस्ट शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि सुरंग के मलबे में फंसे उनके साथियों को जल्द निकाला जाए. मजदूरों का कहना है कि उनके साथियों की जान खतरे में है. ऐसे में जितनी जल्दी रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा करके उनके साथियों को टनल से बाहर निकाल लिया जाए, उतना ही अच्छा होगा. मजदूरों के विरोध प्रदर्शन ने प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है. प्रशासन के लोग टनल पर विरोध प्रदर्शन कर रहे मजदूरों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं. फिलहाल प्रदर्शनकारी मजदूर मानने को तैयार नहीं है. मौके पर लगभग 60 से 65 मजदूर हंगामा कर रहे हैं. उनका आरोप है कि अब तक बचाने के लिए जो काम हो रहे हैं, वह नाकाफी हैं. लगातार देरी होती जा रही है. मजदूर इस बात की मांग भी कर रहे हैं कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद ग्राउंड के हालात को देखकर निर्णय करें कि आखिरकार टनल से जुड़े अधिकारी इस मामले में क्या कुछ कर रहे हैं.
यह खबर भी पढ़ें- Jammu-Kashmir: उड़ी में LoC पर सुरक्षाबलों ने मार गिराया एक आतंकी, घुसपैठ की कोशिश नाकाम
अब इस योजना पर हो रहा काम
जानकारी के अनुसार अब 50 मीटर से भी ज्यादा तक की दूरी में फैले मलबे के बीच 800 मिमी की स्टील का पाइप डालने का काम शुरु किया जाएगा. प्रयास किया जा रहा है कि स्टील के इस पाइप को मलबे के आरपार करके एक-एक मजदूर को बाहर निकालने का प्रयास किया जाएगा. फिलहाल अंदर फंसे मजदूरों तक ऑक्सीजन और भोजन-पानी जैसी जरूरत की चीजें भेजने का प्रयास किया जा रहा है.
Source : News Nation Bureau