Uttarakhand Weather: प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी बारिश का क्रम थमा हुआ है, लेकिन देहरादून समेत कुछ क्षेत्रों में तीव्र बौछारें जारी हैं. हल्द्वानी में मंगलवार देर रात से हो रही बारिश से उमस से राहत मिली और मौसम सुहावना हो गया है. वहीं, बदरीनाथ हाईवे पर कमेडा में पहाड़ी से गिरे मलबे की चपेट में आने से एक कार बाल-बाल बची.
देहरादून में भारी बारिश
देहरादून में सुबह से बादल घिरे रहने के बाद अचानक भारी बारिश शुरू हो गई. शहर के कई हिस्सों में करीब आधे घंटे तक मूसलाधार बारिश होती रही. इससे नदी-नाले उफान पर आ गए और कई चौक-चौराहों पर जलभराव हो गया. मौसम विज्ञान केंद्र ने चमोली, ऊधम सिंह नगर और बागेश्वर जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश और गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जबकि, देहरादून, पिथौरागढ़, नैनीताल, चम्पावत और उत्तरकाशी जिलों में भारी वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया गया है.
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कुमाऊं क्षेत्र में बारिश
आपको बता दें कि दून में मंगलवार को सुबह आंशिक बादलों के बीच कई इलाकों में जोरदार बारिश हुई. हालांकि, कुछ ही देर बाद आसमान साफ हो गया और धूप खिल गई. शाम करीब पांच बजे शहर के ज्यादातर क्षेत्रों में घने बादल छा गए और तेज हवा के साथ बौछारें शुरू हो गईं। करीब एक घंटे तक झमाझम बारिश होती रही, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई और मौसम सुहावना हो गया.
टोंस नदी उफान पर, भूस्खलन से मार्ग बाधित
विकासनगर में पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश के चलते टोंस नदी का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है. जौनसार-बावर और पछवादून में भूस्खलन से 21 मोटर मार्गों पर आवागमन ठप हो गया है. मलबा आने से लोनिवि साहिया के तीन, पीएमजीएसवाई कालसी के दो, लोनिवि चकराता के एक राज्य मार्ग समेत पांच मोटर मार्ग बंद हैं. जौनसार के ग्रामीणों ने भूस्खलन का स्थाई समाधान निकालने की मांग की है.
जलभराव और यातायात समस्या
इसके अलावा आपको बता दें कि टोंस नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण डाकपत्थर बैराज में यमुना का जलस्तर 454.15 मीटर पर पहुंच गया है. यमुना का चेतावनी और खतरे का स्तर 455.37 मीटर है. इच्छाड़ी डैम में टोंस नदी का स्तर 644.75 मीटर पर पहुंच गया है, जो चेतावनी स्तर को पार कर चुका है. इस कारण बांध का पानी धीरे-धीरे छोड़ा जा रहा है.
कालाढूंगी में निहाल नाला उफान पर
वहीं कालाढूंगी में मंगलवार को हुई मूसलाधार बारिश के चलते निहाल नाला उफान पर आ गया. हल्द्वानी-कालाढूंगी-देहरादून स्टेट हाईवे पर चकलुवा के पास नाले पर बना वैकल्पिक मार्ग बह गया, जिससे सड़क के दोनों ओर वाहनों का लंबा जाम लग गया. लोनिवि के जेई गणेश सिंह रौतेला ने चालक और यात्रियों को पार कराने से रोका, जिससे कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ. कुछ दिन पहले भारी बारिश के चलते निहाल नाले के बहाव में चकलुवा के पास पुलिया बह गई थी. अब वहां वैली ब्रिज का निर्माण हो रहा है.
नदियों में सिल्ट की मात्रा बढ़ी
इसके साथ ही बारिश के कारण नदियों में सिल्ट की मात्रा भी बढ़ गई है. लोनिवि के विभिन्न मोटर मार्ग बंद होने से करीब 40 गांवों के ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मार्ग बंद होने से किसानों की उपज मंडी नहीं पहुंच पा रही है और नौकरीपेशा लोगों को अपने दफ्तरों में जाने में कठिनाई हो रही है.