पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले में स्थानीय लोगों ने कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus Infection) के चलते एक व्यक्ति की मौत हो जाने पर उसके शव का गुपचुप तरीके से अंत्येष्टि (Cremation) करने का अधिकारियों पर आरोप लगाया, जिस दौरान भीड़ के साथ हुई झड़प में कम से कम 20 पुलिसकर्मी घायल हो गये. पुलिस ने बताया कि यह घटना सोमवार तड़के सालकुमारहाट इलाके में तीस्ता नदी के तट पर हुई.
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स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस की एक टीम कोविड-19 से मरने वाले एक व्यक्ति का शव दफन करने के लिये मध्य रात्रि के बाद मिट्टी खोदने वाली एक मशीन के साथ इलाके में पहुंची. जब स्थानीय लोगों को इस योजना की भनक लगी तब वे आक्रोशित हो गये और उन्होंने अधिकारियों का प्रतिरोध किया. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि झड़प होने पर पुलिस ने गोली चलाई, जिसमें एक युवक घायल हो गया.
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस के तीन वाहन फूंक दिये गये. पुलिसकर्मी इलाके से जालपारा जंगल होते हुए निकल सकें. हालांकि, स्थानीय लोगों के आरोपों को खारिज करते हुए पुलिस अधीक्षक अमिताव मैती ने संवाददाताओं को बताया कि एक मामला दर्ज कर लिया गया है और इस घटना के पीछे मौजूद लोगों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि गोलीबारी की वजह की भी जांच की जा रही है.
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मालदा के दौरे पर गये पुलिस महानिदेशक वीरेंद्र ने बताया कि भीड़ के हमले में 20 पुलिसकर्मी घायल हो गये और उनमें से एक ही हालत गंभीर है. इस बीच, पुलिस ने बताया कि पूर्ण सुरक्षा प्रतिबंधों का उल्लंघन करने के आरोपों में सोमवार को रात आठ बजे तक कोलकाता में 751 लोगों को गिरफ्तार किया गया.
Source : Bhasha