पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) में विधानसभा चुनाव होने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी के अंदर भगदड़ मची हुई है. लगातार स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं के पार्टी छोड़कर भागने की तस्वीरें सामने आई रही हैं. बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले जिस तेजी से टीएमसी ( TMC ) छोड़कर तमाम नेता और कार्यकर्ता बीजेपी ( BJP ) में आए थे, अब उसी तेजी से बीजेपी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में लौट रहे हैं. रविवार को आसनसोल में भी करीब 38 स्थानीय नेता अपने 3000 के लगभग समर्थकों के साथ टीएमसी में शामिल हुए हैं.
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आसनसोल रविंद्र भवन में भाजपा बुद्धिजीवी सेल के डॉक्टर देवाशीष सरकार, जिला सचिव मदन मोहन चौबे समेत 38 नेताओं ने 3 हजार समर्थकों के साथ तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया. राज्य के मंत्री मलय घटक, नगर निगम के चेयरपर्सन अमरनाथ चटर्जी, बोर्ड सदस्य अभिजीत घटक, ब्लॉक अध्यक्ष गुरदास चटर्जी ने झंडा थमाकर सभी को तृणमूल कांग्रेस में शामिल कराया. इससे पहले गुरुवार को बीरभूम जिले में भारतीय जनता पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने वापस टीएमसी की सदस्यता ली. जबकि बुधवार को भी करीब 4000 बीजेपी कार्यकर्ता टीएमसी में शामिल हुए थे. बीरभूम जिले के मयूरेश्वर में करीब चार हजार बीजेपी कर्मियों ने टीएमसी की सदस्यता ली.
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इस दौरान इन बीजेपी कर्मियों ने हाथों में तुलसी पत्ता, दूब घास और धान लेकर बकायदा शपथ पाठ किया कि इसके बाद वह कभी भी टीएमसी छोड़कर नहीं जाएंगे और अगर जाते हैं तो जो भी सजा दी जाएगी, उसे वह लोग नतमस्तक होकर लेंगे. इससे एक दिन पहले हुगली के खाना कुल में सिर मुंडवा कर सैकड़ों लोग बीजेपी छोड़कर टीएमसी में आए थे.
आपको बता दें कि इसी महीने पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को एक बड़ा झटका देते हुए अखिल भारतीय उपाध्यक्ष और विधायक मुकुल रॉय ने घर वापसी करते हुए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ज्वाइन की थी. तृणमूल छोड़कर भगवा ब्रिगेड में शामिल होने के लगभग चार साल बाद रॉय दो हफ्ते पहले अपने बेटे सुभ्रांशु रॉय के साथ एक बार फिर से तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे.