पश्चिम बंगाल में रथयात्रा की अनुमति न मिलने से नाराज बीजेपी अध्यक्ष ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा, ममता सरकार डर गई है. उन्होंने लोकतंत्र का गला घोंटा है. उनका रवैया गैर लोकतांत्रिक है. हमने रथयात्रा के लिए कई बार इजाजत मांगी थी, लेकिन इजाजत नहीं मिली. उन्हें रोहिंग्या शरणार्थी तो स्वीकार हैं पर बीजेपी का अध्यक्ष स्वीकार नहीं.
उन्होंने कहा, बंगाल की जनता में जनजागृति आ रही है, लेकिन ममता सरकार को डर है कि हमारी रथयात्राएं निकलेंगी तो बंगाल के अंदर परिवर्तन की नींव पड़ जाएगी. इसलिए रथयात्राओं को रोकने का प्रयास किया गया है. अमित शाह ने कहा, पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव हुए थे, उतनी हिंसा कम्युनिस्टों के शासन में भी नहीं हुई थी. चुनाव के समय ममता बनर्जी ने एक नारा दिया था: जिसके हाथ में जोर है, उसके हाथ में शासन है. क्या लोकतंत्र में इस प्रकार के नारों से काम चलने वाला है. उन्होंने कहा, सिर्फ बीजेपी के 20 कार्यकर्ताओं को मार दिया गया, 1365 से अधिक जख्मी हो गए. हमारे नेता त्रिलोचन महतो, दुलार कुमार और जगन्नाथ टुंडू मार दिए गए. इन घटनाओं में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता नामजद थे. मैं पूछता हूं कि आज इन तीनों केसों की क्या स्थिति है. काई कार्रवाई हुई या नहीं. पंचायत चुनाव में तो 34 प्रतिशत सीटों पर चुनाव ही नहीं हुआ. गुंडई के कारण प्रत्याशी परचा ही दाखिल ही नहीं कर पाए. हाई कोर्ट को व्हाट्सएप से परचा दाखिल करने का निर्देश देना पड़ा. बावजूद इसके हम 7000 से अधिक सीटें जीतकर आए.
#WATCH: BJP President Amit Shah addresses media in Delhi https://t.co/fRH0o1wPQO
— ANI (@ANI) December 7, 2018
BJP President Amit Shah: She (Mamata Banerjee) is scared that if BJP takes out all these three rallies in the state of West Bengal and assemble in Kolkata then the foundation of a complete change will be laid down. So she attempted to stop all these yatras. pic.twitter.com/TXn8OjZto5
— ANI (@ANI) December 7, 2018
BJP President Amit Shah on permission for Rath Yatra in West Bengal: A democratic process has been suppressed in West Bengal, with the misuse of power. The CM is following this trend. This is non-democratic. pic.twitter.com/kd4lZh1Zzi
— ANI (@ANI) December 7, 2018
उन्होंने कहा, ममता बनर्जी की सरकार घबराई हुई है, पूरे राज्य में माफिया काम कर रहे हैं, मंत्री पनाह देने का काम कर रहे हैं. जैसे जगाई और मधाई ने चैतन्य महाप्रभु पर हमला बोला था, आज वैसे ही पूरे प्रदेश में जगाई और मधाई घूम रहे हैं. अमित शाह ने कहा, प्रदेश में घुसपैठों को सरकारी संरक्षण मिला हुआ है. देश में अगर 100 राजनीतिक हत्याएं होती हैं तो 26 पश्चिम बंगाल में होती हैं. मूर्तियों की चोरी के सबसे अधिक मामले भी इसी राज्य में दर्ज किए जाते हैं. तुष्टिकरण के कारण पूरा प्रशासन लचर हो चुका है. ये सब वोटबैंक की राजनीति के दुष्परिणाम हैं.
अमित शाह ने कहा, राज्य में ढेर सारी आर्म्स फैक्ट्री पकड़ी गईं, कोई कार्रवाई नहीं हुई. आपको सभा करनी है तो न्यायालय जाइए, कुछ भी करना है कोर्ट जाइए, प्रशासन फेल हो चुका है, महिलाओं पर अत्याचार में बंगाल में दयनीय स्थिति है, डांसबारों की संख्या काफी बढ़ गई है. शिक्षा के अंदर भी अव्यवस्था है. मेडिकल के लिए डोनेशन आम बात है. कॉलेज में प्रवेश के लिए रुपये लिए जा रहे हैं.
अंत में उन्होंने कहा, बंगाल के अंदर परिवर्तन लाने को बीजेपी प्रतिबद्ध है. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि तीनों यात्राएं होंगी. मैं ही आउंगा रथयात्रा निकालने. बीजेपी कार्यकर्ता ईंट से ईंट बजाएंगे. जिस बंगाल में स्वामी विवेकानंद, गुरु रविंद्रनाथ टैगोर, बंकिमचंद चटर्जी के गीत गूंजते थे, वहां अब सिर्फ धमाके सुनाई दे रहे हैं. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. जनता हमें लाना चाहती है. बता दें कि कूचविहार से बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह रथयात्रा निकालने वाले थे, लेकिन ममता सरकार ने इजाजत नहीं दी थी.