पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में 12वीं कक्षा की एक छात्रा ने अपने समलैंगिक साथी और बैचमेट से अलग होने के बाद कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. पीड़ित लड़की का लटका हुआ शव एक दिसंबर को बरामद हुआ था. उसके पिता ने उसकी दोस्त और बैचमेट पर आरोप लगाया था. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और इस प्रक्रिया में पुलिस को कुछ मैसेंजर चैट, सोशल मीडिया पोस्ट, वीडियो और तस्वीरें बरामद हुईं जो स्पष्ट रूप से पीड़ित लड़की और उसकी बैचमेट के बीच एक भावनात्मक बंधन की ओर इशारा करती हैं.
पूछताछ के दौरान पीड़िता की सहेली ने पुलिस के सामने कबूल किया कि मृतक लड़की के साथ उसके भावनात्मक संबंध थे. उसने यह भी कबूल किया कि उन दोनों को एहसास हुआ कि उनके रिश्ते को उनके परिवारों द्वारा स्वीकार नहीं किया जाएगा और इसलिए कोलकाता चले गए और शहर के उत्तरी बाहरी इलाके में डम डम में लड़कियों के छात्रावास में रहने लगीं.
हालांकि, जल्द ही उसके पिता उसे छात्रावास से वापस ले आए और उसकी मृत मित्र के साथ उसके सभी संबंध खत्म हो गए, जिससे वह मानसिक रोगी हो गई. उसके पिता ने भी कबूल किया कि उसकी बेटी का मृतक लड़की के साथ भावनात्मक रिश्ता था. हमें आश्चर्य है कि दो लड़कियां आपस में भावनात्मक बंधन कैसे बना सकती हैं. उधर, पीड़िता के परिजनों ने आरोपों से इनकार किया है. पीड़ित लड़की के पिता ने बताया कि दरअसल उसकी सहेली एक लड़के को लेकर कोलकाता गई थी, जिसे उसके परिवार वालों ने स्वीकार नहीं किया.
मृतिका के चाचा ने दावा किया, उसके परिवार के सदस्यों ने इसके लिए मेरी मृत बेटी को जिम्मेदार ठहराया था और अक्सर हमें धमकी देते थे. उन्होंने हमसे फिरौती भी मांगी. मेरी भतीजी काफी समय से मानसिक अवसाद से पीड़ित थी, जिसने शायद उसे इतना बड़ा कदम उठाने के लिए प्रेरित किया होगा. उस घटना के पीछे समलैंगिक संबंधों का कोई सवाल ही नहीं है. मामले की जांच चल रही है, इस पर जिला पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार यादव ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
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Source : IANS