कोलकाता के स्ट्रैंड रोड स्थित एक बहुमंजिला इमारत की 17वीं मंजिल पर देर रात भीषण आग लग गई. इस हादसे में मरने वालों की संख्या हो गई है. आग पर काबू पा लिया गया है. मरने वालों में चार फायरल फाइटर भी थे. इनमें एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर भी थे जो हरे स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में तैनात थे. दो RPF के जवान थे.'' राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है. घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मौके पर पहुंचीं. उनके साथ मंत्री सुजीत बोल और फिरहाद हाकिम भी पहुंचे.
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घटना की जानकारी के बाद मौके पर सीएम ममता बनर्जी भी पहुंचीं. इसके अलावा मंत्री सुजीत बोस और फिरहाद हाकिम भी मौके पर पहुंचे. जानकारी के मुताबिक आग इमारत की 13वीं मंजिल पर लगी. आग पर काबू पाने के लिए फायर फाइटर कर्मी लिफ्ट से पहुंचे थे. आग के कारण धुंए से उनका दम घुटने लगा. घटना के बाद इमारत को खाली करा लिया गया और आसपास का ट्रैफिक भी रोक दिया गया. पूर्व रेलवे के प्रवक्ता कमल देव दास ने बताया कि न्यू कोयलाघाट बिल्डिंग में आग लगी. इसमें पूर्व रेलवे और दक्षिण पूर्व रेलवे का जोनल कार्यालय है और भूतल पर एक कंप्यूटराइज टिकट बुकिंग केंद्र है. वहीं, पुलिस ने बताया कि आग बुझाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए स्ट्रैंड रोड पर यातायात को रोक दिया गया था.
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मौके पर पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रेलवे अधिकारीयों द्वारा इस मामले की गंभीरता की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा ''ये बिल्डिंग रेलवे की है. लेकिन मुझे पता चला है कि रेलवे से अभी तक कोई भी घटनास्थल पर नहीं पहुंचा है, हमारे फायर डिपार्टमेंट ने बिल्डिंग परिसर के बारे में जानने के लिए इन लोगों से बिल्डिंग का मैप मांगा, लेकिन किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं मिला.'' CM ममता ने आगे कहा कि मैं इस दुर्घटना के समय में राजनीति को शामिल नहीं करना चाहती. मुख्यमंत्री इसके बाद एसएसकेएम अस्पताल भी पहुंचीं. यहां मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. जिन फायर फाइटर की इस घटना में मौत हुई है, उनकी पहचान गिरीश डे, गौरव बेज, अनिरुद्ध जन और बिमान पुर्कायत के रूप में हुई है.