बांकुड़ा। पश्चिम बंगाल पुलिस ने दस करोड़ से ज्यादा के आर्थिक हेराफेरी के आरोप में भाजपा नेता को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार भाजपा नेता का नाम श्यामा प्रसाद मुखर्जी है. मुखर्जी को बांकुड़ा जिले के विष्णुपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार श्यामा प्रसाद मुखर्जी पर नगर पालिका के द्वारा जारी किए गए टेंडर में गड़बड़ी और पैसे लेकर टेंडर देने का आरोप लगा है। मुखर्जी तृणमूल कांग्रेस सरकार में वस्त्र और आवासन मंत्री रह चुके हैं और वह लंबे समय तक विष्णुपुर नगर पालिका के चेयरमैन पद पर कार्यरत थे। विधानसभा चुनाव से पहले ही उन्होंने तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन किया गया था। कहा जाता है कि भ्रष्टाचार में शामिल होने के आरोप उनपर पहले से ही थे. गिरफ्तारी का डर दिखा कर ही उनको भाजपा में शामिल करया गया था.
अब इस तरह से उन पर लगभग 10 करोड़ के आर्थिक गड़बड़ी के आरोप और उसके बाद उनकी हुई गिरफ्तारी के बाद इलाके में चर्चा का माहौल गर्म है। बहरहाल पुलिस ने आज उन्हें अदालत में पेश कर मामलें की जांच शुरू की है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के समय तृणमूल कांग्रेस को छोड़ कर बहुत सारे नेता भाजपा ज्वाइन किये थे. जिसमें सांसद, विधायक, मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के बड़े पदाधिकारी शामिल हैं. विधानसभा चुनाव के समय टीएमसी में भगदड़ मची थी. तब टीएमसी नेताओं को लगता थ कि भ्रष्टाचार छिपाने का यही एकमात्र रास्ता है. भाजपा में ज्वाइन करो और सारे पाप धुल जायेंगे. बंगाल में अगर सत्ता परिवर्तन होता तो ये संभव भी था. लेकिन ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी की एक बार फिर से सरकार आ जाने के बाद पार्टी छोड़ चुके नेताओं के पास अब दो पाटों में पिसने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है. क्योंकि पार्टी छोड़े अधिकांश नेताओं को टीएमसी ने फिर से पार्टी में वापस लेने को इनकार कर दिया है.
पश्चिम बंगाल में चुनाव के पहले से ही भ्रष्टाचार के आरोप में नेताओं की गिरफ्तारियां खूब हो रही है. भ्रष्टाचार के कथित आरोपी नेताओं के यहां ईडी और सीबीआई के छापे भी पड़ते रहे हैं. लेकिन अब बंगाल पुलिस भी भ्रष्टाचार के कथित आरोपियों को गिरफ्तार करके राज्य में सनसनी फैला दी है. ऐसे में राज्य में भाजपा और टीएमसी दोनों के नेताओं में भय पसरा है.
Source : News Nation Bureau