पश्चिम बंगाल में पांच केंद्रीय मंत्रियों को तैनात करने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की तैयारियों का प्रबंधन और देखरेख के लिए अपने अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी कर रही है. प्रत्येक नेता को पांच विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के लिए चुनावी प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. जिन नेताओं को चुनाव लड़ने या प्रबंधन का अनुभव है, उन्हें पश्चिम बंगाल में यह महत्वपूर्ण काम सौंपा जाएगा. 294 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए इस साल अप्रैल-मई में चुनाव होने हैं.
पश्चिम बंगाल इकाई के लिए भाजपा के सह प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि प्रत्येक वरिष्ठ नेता को लगभग पांच विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी जाएगी. उन्होंने कहा कि इससे पहले केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा शासित राज्यों के मंत्रियों को पांच या छह लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए जिम्मेदारी दी गई थी. मालवीय ने कहा कि भाजपा के पास बड़ी संख्या में ऐसे वरिष्ठ नेता हैं, जिन्हें या तो चुनाव लड़ने का अनुभव है या फिर उन्होंने सफलतापूर्वक कार्यकर्ताओं को चुनाव में निर्देशित किया है. वरिष्ठ नेताओं के अनुभव का उपयोग आगामी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में किया जाएगा.
मालवीय ने कहा कि चुनावी तैयारियों की देखरेख के लिए वरिष्ठ नेताओं और अनुभवी नेताओं को जिम्मेदारी सौंपना कहीं से भी गलत नहीं है. उन्होंने कहा कि भाजपा के पास चुनाव लड़ने या इन्हें प्रबंधित करने के राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर अनुभवी नेता हैं और उनके अनुभव का उपयोग करने में कुछ भी गलत नहीं है. भाजपा नेता ने कहा कि लोग पहले ही अपना मन बना चुके हैं और कहने लगे हैं कि ममता जसचिस, बीजेपी आसचिस (ममता जा रही हैं और भाजपा आ रही है)
मालवीय ने कहा कि जब लोग सरकार के खिलाफ इन पंक्तियों का इस्तेमाल करना शुरू कर रहे हैं, तो यह दर्शाता है कि सरकार ने जनता का समर्थन खो दिया है. इससे पहले, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल और मनसुख मंडाविया को छह-छह लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी की चुनावी तैयारियों की देखभाल करने की जिम्मेदारी दी गई थी. वहीं, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मुंडा और संजीव बाल्यान को पार्टी की तैयारियों की देखरेख के लिए पांच-पांच लोकसभा क्षेत्र सौंपे गए हैं.
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को भी पश्चिम बंगाल के कुछ लोकसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है.
Source : IANS