पश्चिम बंगाल के सिंगूर से तृणमूल कांग्रेस के पूर्व विधायक रवींद्रनाथ भट्टाचार्य को भाजपा का टिकट दिए जाने का पार्टी कार्यकर्ता खुलकर विरोध कर रहे हैं. स्थानीय कार्यकर्ताओं में आक्रोश देखकर भाजपा हरकत में आई है. गुस्साए कार्यकर्ताओं को शांत करने और उन्हें मनाने के लिए पार्टी ने प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं को सिंगूर भेजने का निर्णय लिया है. रविवार को भाजपा ने भट्टाचार्य को सिंगूर से अपना उम्मीदवार घोषित किया. तीन बार के विधायक भट्टाचार्य को तृणमूल की ओर से टिकट न दिए जाने के कारण वह 8 मार्च को भाजपा में शामिल हुए हैं.
स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा है कि वे भट्टाचार्य को पार्टी के उम्मीदवार के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे. गुस्साए भाजपा कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि जब भट्टाचार्य तृणमूल कांग्रेस पार्टी के विधायक थे तो उनके कारण भाजपा के कई कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया गया और उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था. भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और पश्चिम बंगाल के सह-प्रभारी अरविंद मेनन ने कहा कि इस मुद्दे को पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद हल किया जाएगा.
मेनन ने कहा, पार्टी नेतृत्व स्थानीय कार्यकर्ताओं की चिंताओं के बारे में गंभीर है और उनकी चिंताओं पर आज ही बैठक के बाद चर्चा की जाएगी. प्रदेश नेता सिंगूर में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर इस मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं. एक सूत्र ने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने कुछ अन्य स्थानों पर भी स्थानीय कार्यकर्ताओं के असंतोष को भी गंभीरता से लिया है और प्रदेश इकाई से इसे जल्द से जल्द हल करने को कहा है.
सूत्र ने बताया कि प्रदेश इकाई को स्थानीय कार्यकर्ताओं द्वारा उठाई गई चिंताओं को जल्द से जल्द दूर करने के लिए निर्देशित किया गया है, क्योंकि उनका गुस्सा विधानसभा चुनावों में पार्टी की चुनावी संभावना को प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर सकता है. सूत्र का कहना है कि प्रदेश भाजपा कार्यकर्ता दल-बदलुओं विशेषकर तृणमूल से भाजपा में शामिल होने वालों को टिकट देने के पार्टी के फैसले का विरोध कर रहे हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं ने चुंचुड़ा विधानसभा सीट से भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी की उम्मीदवारी का भी विरोध किया है.
HIGHLIGHTS
- नाराज कार्यकर्ताओं को मनाएगी बीजेपी
- वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं को मनाने जाएंगे सिंगूर
- 3 बार के MLA भट्टाचार्य को TMC ने नहीं दिया था टिकट